रायगढ़:-
जिला मुख्यालय में राजस्व विभाग की भर्राशाही चरम पर है। भ्रष्टाचार का ऐसा आलम है कि आप पैसों के बल पर जो चाहो वो करवा लो। आम लोगो के बीच मे यह चर्चा आम है कि पटवारी से बिक्री नकल बनवाने में 10 से 15 हजार रु खर्च करने पड़ते है। वही रिकार्ड दूरुस्ती और सीमांकन का खर्च 5 से 35 हजार रु तंक पहुंच चुका है। बेईमानी और भ्रष्टाचारी की मिसाल बन चुके पटवारियों ने राजस्व विभाग की विश्वसनियता पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया है। ताज़ा मामला जिले के पुसौर तहसील अंतर्गत ग्राम बिंजकोट पटवारी हल्का नम्बर आठ खसरा कर्माणकब138/1 रकबा 0.809 से जुड़ा है। उक्त भूमि का बिक्री नकल जारी करने वाले पटवारी का नाम क्रमशः किशन देवांगन जिसने उक्त भूमि में 100 से अधिक छोटे बड़े सागौन के पेड़ों की संख्या अपने मन से बिना मौका मुयायना के या जान बूझकर दिनांक 24 अक्टूबर 2019 को बनाये बिक्री नकल में 18 पेड़ दर्शाया, जो वास्तविक संख्या से काफी कम थी। इस तरह पहली बार किशन देवांगन ने शासकीय रिकार्ड में हेराफेरी कर शासन को न केवल राजश्व की क्षति पहुंचाई बल्कि स्व लाभ अर्जित कर बेईमानी की नीयत से कूटरचना की जो कि दण्डनीय अपराध था। इस तरह उसके स्थानान्तरण के पश्चात नए पटवारी के रुप मे इस हल्के में नूतन कुमार मिरी की पदस्थापना हुई। उक्त पटवारी ने विक्रेता आनंदराम पिता रणमत सिदार *(जिसकी भूमि की वास्तविक कीमत से अधिक उसकी रजिस्ट्री का खर्चा आ रहा था, जिसमे करीब सौ से अधिक सागौन के परिपक्व वृक्ष और उतने ही अर्धविकसित पेड़ लगे है उसे बेच नही पा रहा था)* से आपराधिक साझेदारी करते हुए विक्रेता को लाभ पहुंचाने की नीयत से पुनः भयंकर षड्यंत्र करते हुए कुछ पैसों की लालच में उक्त भूमि के रिकार्ड से पूरे 95 पेड़ गायब कर मात्र पांच पेड़ दर्शा कर बिक्री दस्तावेज तैयार कर दिए।। जो स्वत् लाभ कमाने की नीयत जानबूझकर किया गया अक्षम्य अपराध था को कारित किया। पुनः सरकारी दस्तावेजों में काटछांट करने के बाद उसके द्वारा जारी किए गए बिक्री दस्तावेजों के आधार पर विक्रेता आनंदराम ने क्रेता चंद्रभान की जानकारी के बगैर उसे देखा देते हुए उक्त भूमि का पंजीयन 4 दिसम्बर 2019 को करवा दिया। कालांतर में उक्त विवादित भूमि के नामांतरण भी इन्ही फ़र्ज़ी दस्तावेजो के आधार पर उक्त बेईमान पटवारी नूतन मिरी ने आनन-फानन में कर दिया। हालांकि दोनो पटवारियो के उक्त पाप(कुकृत्य) की जानकारी स्थानीय ग्रामीणों सहित आर टी आई कार्यकर्ता को हो गई।। उन्होंने इस मामले की शिकायत मय दस्तावेजों के साँथ कलेक्टर रायगढ, एस डी एम रायगढ़ सहित थाना प्रभारी चक्रधरनगर से की है।। अब उन्हें उक्त शिकायत में कार्यवाही का इंतजार है।। इस विषय मे जब हमने sdm रायगढ से बात करनी चाही तो उन्होंने हाइ कोर्ट बिलासपुर में होने की जानकारी दी। सम्भवतः इस मामले में ग्रामीण आगामी दो दिनों के भीतर पुलिस अधीक्षक रायगढ से अतिरिक्त शिकायत करने जाएगे।