जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़ ।
वार्ड क्रमांक 1 में 29 नवंबर को अयुष्मान भारत योजना के तहत स्मार्ट कार्ड बनाने कार से दो युवक पहुंचे और 300-300 रूपये लेकर स्मार्ट कार्ड बनाने लगा जब इसकी खरब बीडीसी वीणा विश्वास को लगी तो उन्होंने अस्पताल में फोनकर इसकी जानकारी दी और बीएमओ से पूछे कि स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए 300-300 रूपये क्यों लिया जा रहा है तो बीएमओ ने ऐसा कोई भी कैम्प लगाने या किसी भी प्रकार का स्मार्ट कार्ड विभाग द्वारा नहीं बनाने की बात कहते हुए बोले कि मैं तत्काल इसकी जानकारी लेता हूं। कहते हुए बीपीएम सूरज कुमार पटेल अपने और लोगों के साथ वार्ड क्रमांक एक में पहुंचा और पूछताछ करने पर स्मार्ट कार्ड बनाने का कोई अनुमति नहीं दिखा पाने पर तत्काल 112 में फोनकर इसकी सूचना दिये। और स्मार्ट कार्ड बानने वाले मौके का फायदा देख एक मेडिकल स्टोर के मालिक से मोटर सायकल मांगकर फरार हो गये। इनके इस तरह से भाग जाने से एक बात तो साफ हो गया है कि ये लोग फर्जी तरीके से स्मार्ट कार्ड बना रहे थे। क्योंकि इन लोगों ने अपना पूरा सामान छोड़कर भागे हैं इनके पास एक कार और लेपटाफ को भी छोड़कर भागे हैं। पुलिस घटना स्थल पर पहुंचे तब तक दोनों युवक फरार हो चुके थे। जिनके घर में स्मार्ट कार्ड बनाये जा रहे थे उनसे लिखित में शिकायत लेकर जांचकर रही है। समाचार लिखे जाने तक स्मार्ट कार्ड बनाने वाले युवक अपना समान व कार को लेने नहीं आये। बताया जा रहा है कि इनके द्वारा वार्ड क्रमांक 2 में कई दोनों तक इस तरह से 300 लेकर स्मार्ट कार्ड बनाया गया है सबसे मजेदार बात है कि किसी को ये भी नहीं मालूम की जिस कार्ड को बनवाया जा रहा है उसमें राशि डल रहा है नहीं। अब लोग अपने आपको ठगी महसूस कर अपना कार्ड को लेकर सिविल अस्पातल पहुंचकर जांच करवाने की बात कर रहे हैं।
रास्ते में ही मोटर सायकल छोड़ भाग गये
धरमजयगढ़ कालोनी में मेडिकल संचालक से मोटर सायकल मांगकर ले जाने के बाद दोनों युवक रायगढ़ रोड मंडी के पास लावरिस हालत में मोटर सायकल को छोड़कर भाग गये अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि इनके द्वारा बनाये गये स्मार्ट कार्ड फर्जी है या नहीं।