जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। पुलिस के भय से जुआड़ी अब नगर के किसी घर में नहीं आसपास के जंगलों में जुआ खेल रहे हैं ताकि पुलिस को पता न चले और पता चले तो भी जंगल की ओर भाग जाये। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार धरमजयगढ़ के आसपास के जंगलों में लाखों का जुआ रोज खेला जा रहा है। जुआडिय़ों का टीम लगातार सड़क पर नजर रखने के लिए एक-दो लोग को लगा के रखते हंै ताकि किसी तरह का कोई जानकारी मिलते ही जुआ खेलने वालों को मोबाईल के माध्यम से खबर कर दिया जाता है ताकि खेलने वालों को किसी प्रकार का कोई खतरा न हो। बताया जाता है कि एक-एक फड़ में लाखों-लाखों का जुआ का लेनदेन होता है। जंगल में जुआ खेलने वाले टीम में कई शासकीय कर्मचारी भी जुआ खेलते देखा जाता है। शासकीय कर्मचारी जुआ में शामिल होने के कारण इस जुआ फड़ में कार्यवाही नहीं होगा सोचकर अन्य जुआ खेलने वाले लोग भी लाखों का जुआ फड़ में अपना किस्मत अजमाने चले जाते हैं। जुआडिय़ों में चर्चा है कि नव पदस्थ अनुविभागीय अधिकारी पुलिस एवं थाना प्रभारी की कड़ी तेवर के चलते इनकों जुआ खेलने के लिए जंगल की ओर जाना पड़ रहा है। अब सवाल उठता है कि कब तक पुलिस से लूका छुपी कर लाखों का जुआ हर रोज खेल पायेंगे?