जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ विकासखण्ड के आंगनबाडिय़ों का हाल इतना बूरा होने के बाद भी इसे सुधारने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठया जा रहा है। आंगनबाडिय़ों में चल रहे धांधलियों की जांच के लिए सुपरवाईजर से लेकर परियोजना अधिकारी सुस्त बैंठे हैं। जबकि आंगनबाडिय़ों के दुर्दशा की पूरी जानकारी महिला बाल विकास परियोना के सभी अधिकारी-कर्मचारी को है कि कौन सा आंगनबाड़ी किस दशा में है। सब कुछ मालूम होने के बाद भी महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी धरमजयगढ़ द्वारा इस पर कोई ध्यान नहीं देना कई सवाल को खड़ा कर रहा है। ग्रामीणों ने अधिकारी-कर्मचारियों पर आरोप लगाया है कि ये सब अधिकारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिलकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। अधिकारियों की लपरवाही के कारण आज आंगनबाडिय़ों में छोटे-छोटे बच्चों को मिलने वाली पोस्टिक पोषण आहार सही ढंग से नहीं मिल रहा है।
अधिकारी सुस्त होने के कारण आंगनबाडिय़ों का हाल बूरा
आंगनबाडिय़ों की सही तरीके से जांच नहीं होने के कारण आज आंगनबाडिय़ों का हाल बूरा होता जा रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आंनगबाड़ी खोलकर अपने घर के काम के लिए चले जाते हैं यहां तक कि आंगनबाड़ी सहयिका भी बच्चों को बुलने घर नहीं जाते हैं जबकि शासन का नियम है कि आंगनबाड़ी के बच्चों को हर रोज आंगनबाड़ी के समय में बच्चों को घर से लाना है और छुट्टी के बाद बच्चों को सही सलामत घर छोडऩा होता है लेकिन लापरवाही करने वालों पर कार्यवाही नहीं होने के कारण इस तरह की घोर लपरवाही आंगनबाडिय़ों में चल रहे हैं।
सावधान आंगनबाड़ी में चल लापरवाही की शिकायत करने से पहले जरा सोचे
कोई अगर आंगनबाड़ी में चल रहे लपरवाही की शिकातय महिला बाल विकास परियोना अधिकारी से करते हैं तो मैडम जी सबसे पहल कार्यकर्ता से शिकायतकर्ता का नाम बता देते हैं ताकि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के परिवार के लड़किया शिकायतकर्ता के साथ झगड़ कर सके। जबकि महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी को चाहिए कि शिकातय को गंभीरता से लेते हुए जांचकर दोषी पाये जाने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पर कार्यवाही करे न कि शिकायतकर्ता से झगड़ करवाये।