संजय सारथी बाकारूमा । जीव जगत की रक्षा के लिए पर्यावरण को शुद्ध करना आवश्यक है। पर्यावरण को शुद्ध रखने में पौधों की भूमिका अहम होती है इसलिए पौधारोपण को अपने जीवन का उद्देश्य बना अब तक हजारों पौधे धरमजयगढ़ थाना के अंतर्गत आने वाले रैरुमा चौकी प्रभारी के द्वार रोपे जा चुके है। आज पूरा विश्व प्रदूषण की मार झेल रहा है कहीं ग्लोबल वार्मिंग तो कहीं प्रदूषण से लोगों की स्वास्थ्य सम्बंधित समस्या सर उठाए खड़ी है इन सब परेशानियों का प्रमुख का पेड़ों की अंधाधुंध कटाई और बेतरतीब उद्योगों की स्थापना से पूरे पर्यावरण का संतुलन बिगड़ गया है जिसे हम पौधा रोपड़ कर ही ठीक कर सकते है पौधे की महत्व को बचपन से समझने वाले धनी राम राठौर पेशे से पुलिस महकमे में सब इंस्पेक्टर है कृषक घर में जन्में धनी राम राठौर का बचपन से ही पौधों के प्रति असीम प्यार इस बात का गवाह है की पुलिस की व्यस्तम नौकरी करने के बाद भी वे समय निकाल कर पौधा रोपण का कार्य आज भी कर रहे है अब तक उनके द्वारा हजारों पौधे रोपे है वे आज विशाल वृक्ष का रूप ले चुके हैं।
पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन पर रोपे 300 पौधे
नवीन रैरुमा थाना परिसर में पुलिस अधीक्षक रायगढ़ के मार्ग दर्शन पर एस आई राठौर ने थाना परिसर में पौधा रोपण कार्यक्रम का आयोजन कर करीब 300 विभिन्न प्रकार के छायादार, फलदार एवं फूलों पौधों का रोपण किया गया इस पुनीत कार्य में उनका साथ वन विभाग ने दिया था इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने आसपास रहने वाले अंचल के लोगों को भी पौधा रोपण के लिए भी प्रेरित करते हुए उन्हेँ पौधा लगाने की सलाह दी।
पौधे मेरे बच्चे समान थाना धरमजयगढ़ के अंतर्गत आने वाले चौकी प्रभारी धनी राम राठौर ने चर्चा के दौरान बताया कि पौधे उनके बच्चे के समान है इनकी देखभाल से उन्हें आत्मीय संतुष्टि मिलती है इसलिए वे रोज सुबह 6 बजे से इनकी देखरेख में लग जाते हैं और पौधों में खाद , पानी के साथ साथ पौधों के पास उग आए घास एवं साफ सफाई का ध्यान वे विशेष रूप से देते है।
कभी जो थे पौधे अब अब चुके है विशाल वृक्ष
सब इंस्पेक्टर धनी राम राठौर ने बताया कि उनके द्वारा अब तक विभिन्न स्थानों पर अब तक हजारों की संख्या में जो पौधे रोपे गए है जिनमें से बहुत पौधे अब विशाल वृक्ष का रूप धारण कर चुके है जिसे देखने पर उन्हें गर्व महसूस होता है उन्होंने आगे बताया कि ईश्वर ने उन्हें जो जीवन दिया है वो इस प्रकृति की ही देन है और वे पौधे रोपकर अपने जीवन का कर्ज चुका रहे है।