धरमजयगढ़। रायगढ़ जिले के आदिवासी बाहुल्य विकास खण्ड धरमजयगढ़ के हाई स्कूल रतनपुर में स्कूल भवन के अभाव में स्कूली बच्चों को मिडिल स्कूल के अतिरिक्त भवन में पढ़ाई करना पड़ रहा है। जहाँ शासन ने बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने की बात करती है। वहीं एक ओर विद्यार्थी शाला भवन के अभाव में अतिरिक्त भवन से काम चलाने को मजदूर हैं, ऐसे में शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलने में और कितना सबूत चाहिए। हम बात कर रहे हैं, विकास खंड धरमजयगढ़ के हाई स्कूल रतनपुर की जहाँ के स्कूली बच्चों को पढ़ाई करने को इन दिनों शासन के द्वारा दी जाने वाली शाला भवन के बारे में जहाँ हाई स्कूल खुले वर्षों बीत जाने के बाद भी आज तक भवन तैयार नहीं हो सका है।
जिससे रतनपुर के विद्यार्थियों को अत्यंत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ़ शिक्षकों कि कमी तो दूसरे तरफ शाला भवन का अभाव। इसे देख कर आप सहज ही अंदाज़ा लगा सकते हैं, कि शासन – प्रशासन कितना गंभीर है स्कूली बच्चों को प्रति । जबकि शासकीय हाई स्कूल भवन नहीं होने से किन – किन कठिन परिस्थितियों में शासकीय हाई स्कूल के विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं, इस बात कि जायजा लेने शासन के नुमाइंदे आज तक हाई स्कूल रतनपुर नहीं पहुंचे हैं। बदहाल शिक्षा व्यवस्था और गहरी नींद में गाफिल शिक्षा विभाग ।