नितिन सिन्हा कोरिया- कहते है अच्छे कामों के लिये किया गया आपका प्रयास कभी भी विफल नही जाता है। हो सकता है,कभी-कभी इन कार्यों के लिए आपको परिश्रम थोड़ा ज्यादा करना पड़े।।आभार अंबिकापुर के सहृदयी बुद्दिजीवी एवं संवेदनशील नागरिक श्री अभय नारायण पाण्डे जी का जिन्होंने मुझे प्रेरित किया कि कोरिया जिला अस्पताल में कैंसर पीड़ित बदहाल महिला की स्थिति पर कुछ लिखना चाहिये।। मैंने भी अपनी लेखनी इस संवेदनशील मुद्दे पर चलाई और सोशल मीडिया मंच के माध्यम से वस्तुस्थिति बयां की।। मुझे पता नही था,कि आंख से अंधे और कान से बहरे हो चुके सिस्टम में अब भी कुछ ऐसे लोग भी है,जिनका हृदय संवेदनाओं के साथ स्पंदित होता है।मित्र जनों इस नेक कार्य के पीछे कारण जो भी हो या व्यक्ति कोई भी हो,परन्तु आपको बताते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि *बैकुंठपुर कोरिया जिला अस्पताल की कैंसर पीड़ित महिला के दुःखद हालात की वायरल तस्वीरें देखकर अस्पताल प्रबंधन* की आँखें खुल गई है। पीड़िता को स-सम्मान अस्पताल में साफ-सुथरा पलंग उपलब्ध करा दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन यह सुनिश्चित करने में लगा है कि भविष्य में ऐसी कोई शर्मनाक घटना किसी और पीड़ित के सांथ न घटे। पुनः एक बार हृदय से आभार आप सब जागरूक सुधि पाठकों का,जिनकी वजह से इतनी जल्दी पीड़िता को सम्मान पूर्वक उसका अधिकार मिला।। अब समय है कि हम या कोई ऐसा सामाजिक संगठन सामने आए जिसकी सहायता से पीड़िता को उचित इलाज और नया जीवन दिया जा सके।