प्रीतम जायसवाल कोरबा। कोरबा में आफत की बारिश से लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था सुबह मानसून का इंतजार कर रहे लोगों को उम्मीद नहीं थी कि बारिश आएगी तो किसानों के लिए राहत के साथ-साथ आफत भी लाएगी सुबह जो बच्चे हंसते खेलते स्कूल के लिए निकले वापस आने पर उन्हें घर और घर का सामान पानी में डूबा हुआ मिला यहां तक कि उनका सामान पानी में डूब चुका था कोरबा के बालको क्षेत्र के कई वार्डों में लोगों के घर में 4 से 5 फीट पानी भर गया था राशन पानी के साथ साथ घर के कीमती सामान डूब चुके थे लोगों को हो रही परेशानी की बात जब जिला कलेक्टर तक पहुंची तो उन्होंने दल बल के साथ मौके पर जाकर हालात जाने तो लोगों ने बताया कि बालको संयंत्र से निकलने वाली राख के चलते खुली निकासी नालियां जाम हो गई थी और बालको प्रबंधन इसे लेकर कोई प्रबंध नहीं किया था और वही बालको के भारी वाहनों की आवाजाही के लिए सड़क के नीचे छोटा पाइप डालकर ड्रेनेज सिस्टम को भी कमजोर कर दिया गया था इसे भी लेकर बालको प्रबंधन लापरवाह रहा वही बेल गिरी बस्ती में बसे लोग जो पहले ऊपरी इलाकों में बसे थे उन्हें बालकों के रेलवे साइड का काम शुरू होने पर निचले इलाकों में बसा दिया गया था लेकिन पानी निकासी की व्यवस्था को ध्यान नहीं दिया गया और बालकों के ऊंचे ऊंचे बने एस डैम नदी नालों के बहाव में रोड़ा बनकर खड़े हैं जिसके चलते पानी आसपास बसी बस्तियों के घरों में घुस गया लेकिन निकासी जैसी व्यवस्था को बालको ने ध्यान नहीं दिया लोगों द्वारा बताए गए बालको प्रबंधन की लापरवाही से नाराज कोरबा कलेक्टर किरण कौशल ने तत्काल अनुविभागीय अधिकारी को बालको प्रबंधन के खिलाफ जन उपयोग की व्यवस्था में अवरोध उत्पन्न करने के मामले में धारा 133 के तहत मामला दर्ज करने के निर्देश दिए हैं ।। लोगों के परेशानी देखते हुए जिला कलेक्टर ने जिला प्रशासन की ओर से प्रभावित लोगों के लिए प्रशासन की ओर से राहत शिविर लगवाएं जिसमें उनके ठहरने खाने-पीने की व्यवस्था की गई ।