रायगढ़ । गुरु पूर्णिमा के पावन दिवस पर नगर के प्रख्यात भागवतविद् एवं सेवानिवृत्त शिक्षाविद् प्रोफेसर क्रांतिकुमार तिवारी को उत्तर प्रदेश के सम्मान देवी सम्पद मंडल रत्न से सम्मानित किया गया।
शिक्षा के क्षेत्र मे उल्लेखनीय कार्य करने वाले शिक्षकों को समर्पित इस रत्न सम्मान हेतु वर्ष 2019 के लिये प्रोफेसर के.के. तिवारी का नाम छत्तीसगढ़ के महान संत स्वामी शारदा नंद के द्वारा चयनित किया गया था। चूंकि प्रोफेसर तिवारी आध्यात्मिक संस्था दिव्य जीवन संघ के जिला अध्यक्ष भी हैं, लिहाजा नगर के प्रख्यात विद्वान को उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद सरस्वती के हाथों सम्मानित होने की गौरवशाली उपलब्धि की खुशी दिव्य जीवन संघ के जिला कार्यालय मे मनाई गई। संस्था के जिला संयोजक जगदीश मेहर व अन्य पदाधिकारियों ने छत्तीसगढ़ के माटी पुत्र स्व.बिसाहू दास महंत की पुण्य स्मृति में गत 23 जुलाई की शाम स्थानीय दिव्यजीवन संघ शाखा कार्यालय नया गंज में सत्संग आयोजन के दौरान प्रोफेसर क्रांतिकुमार तिवारी को शाल व श्रीफल से सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि उम्र के 86 वें पड़ाव मे पहुंच चुके प्रो. के.के. तिवारी अभी भी शिक्षा के क्षेत्र में बहुआयामी उपलब्धि हासिल करने वाले इकलौते व्यक्तित्व हैं जिनके जज्बे व काबिलियत को देश के विभिन्न हिस्सों के अलावा सात समंदर पार विदेशों में भी पहचान व सम्मान मिली है। आध्यात्म में रमे प्रो. तिवारी वर्तमान में शहर के सिटी कालेज में प्राचार्य का दायित्व निर्वहन कर रहे हैं। दिव्यजीवन संघ शाखा में सम्मान बेला में प्रमुख रूप से जगदीश मेहर, रघुनन्दन प्रसाद तिवारी, भीमसेन मिरानिया, हरेराम तिवारी, मोहन देवांगन, रमेश अग्रवाल, राघवेंद्र सिंह, सीताराम देवांगन, रामायण सिंह, चैतन्य मेहर, देवेंद्र मेहर, श्रीमती लक्ष्मी मेहर, अदिति वशिष्ठ एवं साध्वी लक्ष्मी देवी पांड्या की उपस्थिति रही। साध्वी पांड्या ने द्रव्य दक्षिणा प्रदान कर प्रो. के. के. तिवारी का सम्मान किया।