जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
छत्तीसगढ़ में सत्ता तो परिवर्तन हो गया लेकिन अधिकारियों के मनमानी में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विकास खण्ड में तो हद ही हो गया है, अपने उच्च अधिकारी के आदेश का पलन नहीं कर रहे हैं। वैसे तो धरमजयगढ़ में बेजा कब्जा करना आम बात हो गया है, यहां तो सिर्फ सरकारी जमीन पर ही कब्जा नहीं कर रहे हैं, लोग यहां तो सरकारी भवन पर ही कब्जा कर ले रहे हैं, और इसकी शिकायत करने पर अधिकारी कार्यवाही न के बराबर करते हैं। धरमजयगढ़ कॉलोनी में तो लाखों का सरकारी जमीन पर बेजा कब्जा कर लिया गया है और ओ भी सरकारी भवन के साथ मिलाकर मकान बना लिया है, इसकी शिकायत करने पर भी अधिकारी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं? अधिकारी कभी कभार शिकायत कर्ता के शिकायत पर कार्यवाही भी करते हंै लेकिन उच्च अधिकारी द्वारा दिए गये आदेश का पालन अपने ही अधिनस्थ अधिकारी नहीं मानते हैं। ऐसा ही एक मामला धरमजयगढ़ एसडीएम कार्यालय से निकल कर आया है। तात्कालीन एसडीएम डिगेश पटेल द्वारा शासकीय भवन पर अवैध तरीके से कब्जा करने वाले पर कार्यवाही करते हुए बेदखली की आदेश जारी किया गया था। आदेश 30 सितंबर 2024 को जारी किया गया है। 30 सितंबर 2024 को जारी आदेश में तहसीदार धरमजयगढ़ को उक्त वाद मकान को शासकीय प्रयोजन हेतु ग्राम पंचायत के सुपुर्द करने का आदेश पारित किया है लेकिन आज 8 माह से भी अधिक हो जाने के बाद भी तहसीदार धरमजयगढ़ द्वारा उक्त बेजा कब्जा पर कोई कार्यवाही नहीं किया जा रहा है।