जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ विकास खण्ड के महिला बाल विकास परियोजना कार्यालय कापू के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बंधनपुर के आंगनबाड़ी केंद्रों की हालत बेहद दयनीय हो चुकी है। जर्जर भवन, टूटी खिड़कियां और दरवाजे, छत से झांकती सरिया और पानी की अनुपलब्धता से बच्चों की शिक्षा और पोषण योजना पर संकट गहरा गया है।
कर्रीपारा आंगनबाड़ी में पानी की व्यवस्था नहीं
ग्राम पंचायत बंधनपुर के कर्रीपारा में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। सहायिका को आधा किलोमीटर दूर से हैंडपंप से पानी लाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। केंद्र के सामने ही एक बोरवेल्स लगा हुआ है, लेकिन रखरखाव के अभाव में वह जंग खा रहा है और पूरी तरह अनुपयोगी हो गया है।
बौराडांड़ आंगनबाड़ी केंद्र भी जर्जर
बंधनपुर पंचायत के ही बौराडांड़ मोहल्ले में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है। खिड़कियां और दरवाजे टूट चुके हैं, जिससे बच्चों की सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं। छत में दरारें पड़ चुकी हैं, और लोहे की सरिया बाहर झांक रही हैं, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
न जनप्रतिनिधि जागरूक, न विभागीय अधिकारी गंभीर
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है, कि वे कई बार पंचायत और संबंधित विभाग के अधिकारियों से इन समस्याओं की शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई भी सुध लेने को तैयार नहीं है। ना ही जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं और ना ही विभागीय अधिकारी इस ओर कोई कार्यवाही कर रहे हैं। ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द इन आंगनबाडिय़ों की मरम्मत कराई जाए और पानी सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि बच्चों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण मिल सके। यदि जल्द ही इस ओर ध्यान नहीं दिया गया, तो आंगनबाड़ी केंद्रों का अस्तित्व ही संकट में पड़ सकता है, और बच्चों की सेहत व शिक्षा पर गंभीर असर पड़ सकता है।