जोहार छत्तीसगढ़ -रतनपुर।
पनी ही पार्टी के विधायक के विरुद्ध शिकायत और बयानबाजी करने वाले जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी के खिलाफ कांग्रेसी लामबंद होने लगे हैं तथा उनकी शिकायत करने का दौर शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में रतनपुर के अध्यक्ष प्रत्याशी शीतल जयसवाल ने अपना शिकायत पत्र प्रदेश स्तर के नेताओं को भेजा है जिसमें उनके द्वारा आरोप लगाया गया है कि जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी द्वारा विधायक की बढ़ती लोकप्रियता के कारण उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
अपने शिकायत पत्र में उन्होंने लिखा है कि पार्टी से निष्कासित ब्लाक अध्यक्ष द्वारा लोकसभा था नगरीय निकाय चुनावो के बाद अपनी ही पार्टी के लोकप्रिय विधायक के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी तथा पत्र व्यवहार किया गया जिस पर जिलाध्यक्ष द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। साथ ही उन्होंने यह अभी कहां की जिला अध्यक्ष द्वारा अपने ही बनाए ब्लॉक अध्यक्ष को चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में नामांकन वापस लेने के लिए किसी प्रकार की पहल नहीं की गई ना ही जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से उनके चुनाव में किसी प्रकार का कोई सहयोग किया गया। पूर्व में भी ब्लाक अध्यक्ष पर कई तरह के पार्टी विरोधी कार्य करने का आरोप लग चुका है तथा शिकायत भी की गई जिसमें सबसे प्रमुख मुद्दा कांग्रेस भवन की जमीन का भी है, इन सब के बाद भी जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी द्वारा अपने ब्लाक अध्यक्ष को संरक्षण दिया गया तथा कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिससे प्रतीत होता है कि यह सब उनके द्वारा जानबुझ कर करवाया जा रहा है।यदि कांग्रेस के बागी प्रत्याशियों का वोट जो कि माना जा रहा है कि यह कांग्रेस का वोट था कांग्रेस के प्रत्याशी को जाता तो कांग्रेस का अध्यक्ष प्रचंड मतों से निर्वाचित होता।
15 वार्ड के पार्षद प्रत्याशीयो को प्राप्त मत तथा जिन बीजेपी वोटरों वाले वार्डो से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रचंड मतों से जीत कर आए है उससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस बार का रतनपुर का चुनाव कांग्रेस के पक्ष में जा रहा था लेकिन इन बागियों की वजह से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।
अब देखना होगा कि जिलाध्यक्ष पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है