धरमजयगढ़ विकास खण्ड के छाल तहसील में आये दिन चक्का जाम की खबरे आने लगे हैं अभी कुछ ही दिन पहले स्कूली बच्चों ने चक्का जाम कर दिया था। तहसीलदार छाल के अश्वासन के बाद चक्का जाम खोल दिया गया था, लेकिन एक साप्ताह भी नहीं हुआ की आज फिर छाल तहसील के ऐडू में स्कूली बच्चों द्वारा चक्का जाम कर दिया गया। स्कूली बच्चों का कहना है कि सड़क खराब होने के कारण स्कूल बस समय पर नहीं पहुंच पा रहा जिससे पढ़ाई ठीक से नहीं हो रहा है। लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि क्या स्कूल बच्चों ने ही चक्का जाम कर रहे हैं या फिर स्कूली बच्चों के आड़ में राजनीति रोटियां सकने का काम कर रहे हैं राजनेता? स्कूली बच्चों द्वारा किया गया चक्का जाम को राजनैतिक रंग देने कुछ नेताओं ने चक्का जाम कमान सम्हल लिया है, छाल क्षेत्र के तेज तर्रार भाजपा नेत्री पूर्व जिला पंचायत सदस्य रजनी राठिया चक्का जाम स्थल पर पहुंचकर चक्का जाम करने वालों छात्रों के साथ सड़क पर बैंठ गई है। तो वहीं कांग्रेस भी अपने राजनैतिक रोटी सकने के लिए चक्का जाम का समर्थन पहुंच गये। गोडवाना पार्टी से कांग्रेस में आये राजेश सिंह मरकाम भी बच्चों के साथ चक्का जाम करने सड़क पर नाराबाजी करने लग गये। मजेदार बात है कि ये राजनेता नियम कानून को ताक में रखकर चक्का जाम किया जा रहा है। इन नेताओं द्वारा स्टेट हाईवे को लगभग 8 घंटे से जाम कर रखा गया है। और स्थानीय प्रशासन नेताओं के सामने मौन धारण कर बैंठे हैं, अगर नेताओं को चक्का जाम करना था तो पहले प्रशासन को चक्का जाम करने का सूचना देना था लेकिन ऐसा ना कर राहगिरों को परेशानियों में डालने का काम किया है। बताया जा रहा है कि इतने लंबे समय तक चक्का जाम होने के बाद भी प्रशासन ने आंदोलनकारियों को समझाने कोई नहीं पहुंचे हैं जिसके कारण राहगिरों को भूखे प्यासे भटकना पड़ रहा है।