पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. हालांकि सियासी अटकलों को विराम देते हुए कैप्टन ने प्रधानमंत्री से इस मुलाकात को सद्भावना भेंट करार दिया है.
इसके साथ मुख्यमंत्री ने नवजोत सिंह सिद्धू के मंत्री पद से इस्तीफे पर भी पहली बार प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ‘मुझे उनसे कोई समस्या नहीं थी. मंत्रिमंडल विस्तार में मैंने उनको बेहद अहम मंत्रालय दिया था. कैबिनेट से इस्तीफे का फैसला उनका है. मुझे बताया गया है कि उनका इस्तीफा मेरे दफ्तर पहुंच चुका है. मैं उसे देखूंगा फिर आगे के कदम पर फैसला करूंगा.’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैंने कभी भी नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू का विरोध नहीं किया. मैं ही वह शख्स था, जिसने राहुल जी से सिफारिश की थी कि नवजोत कौर सिद्धू बठिंडा से चुनाव लड़े. लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू बठिंडा से नहीं बल्कि चंडीगढ़ से चुनाव लड़ेंगी. जबकि यह तय करना उनका काम नहीं था, पार्टी इन चीजों को तय करती है.’
बता दें कि लोकसभा चुनाव में पंजाब में कांग्रेस को अच्छी संख्या में सीटें न मिलने का ठीकरा मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सिद्धू पर फोड़ा था. केंद्रीय आलाकमान से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव के बाद 6 जून को हुई कैबिनेट की पहली बैठक में सिद्धू सहित कई मंत्रियों के विभाग बदल दिए थे.