जोहार छत्तीसगढ़-छाल।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला जंगल प्रकृति का एक बेहद ही खूबसूरत चेहरा है जंगल के हरे भरे पेड़ और जंगलों में कई प्रकार के जीव-जंतुओं के अलावा अनेकों प्रकार की पशु पक्षियों का आशियाना है। छत्तीसगढ़ का रायगढ़ जिला चारो तरफ घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है और यहां के जंगलों में कई तरह के वन्यप्राणी विचरण करते हैं। जंगली हाथियों की बात करें तो जिले के रायगढ़ व धरमजयगढ़ दोनों वन मंडलों में बीते कई सालों से जंगली हाथियों का उत्पात लगातार जारी है, इनकी लगातार बढ़ती संख्या ग्रामीणों के लिये समस्या बनी हुई है। हर साल 12 अगस्त को विश्व हाथी दिवस के रूप में मनाया जाता है और यह दिन हाथियों के संरक्षण और उनकी सुरक्षा के लिये कई प्रकार के जागरूक कार्यक्रम करके मनाया जाता है। इसी कड़ी में विश्व हाथी दिवस के उपलक्ष में वन परिक्षेत्र छाल के द्वारा रैली निकाली गई रैली में वन परिक्षेत्र अधिकारी छाल मसकुले,बनहर डिप्टी रेंजर सुखदेव राठिया, बोजिया डिप्टी रेंजर चंद्रविजय सिंह सिदार, कुडेकेला डिप्टी रेंजर सोहन राठिया, हाटी डिप्टी रेंजर मरकाम वा परिक्षेत्र छाल के समस्त स्टाफ मौजूद रहे। सर्वप्रथम रैली की शुरुवात छाल रेंजर मसकुले ने हरी झंडी दिखाकर रैली की शुरुवात की रैली बनहर सर्किल से बोजिया, नावापारा, छाल, कुडेकेला, हाटी के हाई स्कूल में बच्चों को हाथी के बारे में जानकारी दी गई उसके बाद रैली पुरूंगा, कीदा, खर्रा में रैली की समाप्ति की गई।