जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
जिले की कानून व्यवस्था को चुस्त दुरूस्त रहे इसके लिए समय-समय पर पुलिस कप्तान द्वारा थाने की सर्जरी की जाती है। ताकि कनून व्यवस्था चुस्त रहे पर रायगढ़ जिले के कई पुलिस कर्मी ऐसे हैं जिनका स्थानांतरण होने के बाद भी थाने से रवानगी नहीं ले रहे हैं या फिर इनके अधिकारी द्वारा रवानगी नहीं दे रहे हैं, फिर ऐसे में कानून व्यवस्था चुस्त कैसे होगा ये बड़ा सवाल? पुलिसकर्मी अपनी ठसक दिखाते हुए रायगढ़ पुलिस अधीक्षक के आदेश पर भारी पड़ रहे हैं। वहीं थाना छाल की बात करें तो अभी भी अधिकारियों से जुगाड़ लगाकर प्रधान आरक्षक एवं आरक्षक थाना में जमे हुए है। आखिरकार स्थानांतरण सूची जारी होने के बाद भी प्रधान आरक्षक एवं आरक्षक को थाने से रिलीव क्यों नहीं किया जा रहा है यह लोगों के समझ से परे है। पुलिस अधीक्षक के आदेश पर भारी पुलिसकर्मी थानों में व्याप्त भ्रष्टाचार, अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने और कामकाज में पारदर्शिता और कसावट लाने के मकसद से तबादला नीति बनाई गई। जिसके तहत पुलिस अधीक्षक रायगढ़ ने थानों में लंबे समय से जमे कर्मचारियों का स्थानांतरण किया था। जबकि कई ऐसे पुलिसकर्मी हंै जिनका स्थानांतरण तो पुलिस अधीक्षक द्वारा कर दिया गया लेकिन ये लोग थाना में पदस्थ है। इस तरह यहां पुलिसकर्मी पुलिस विभाग की तबादला नीति को मुंह चिढ़ा रहा है।