जोहार छत्तीसगढ़-बलौदाबाजार।
प्रदेश में 26 जून से शिक्षा सत्र की शुरुआत हो चुकी है। सत्र प्रारंभ होते ही,शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन प्रदेश भर के विद्यालयों में रखा गया था। सर्व सुविधा युक्त विद्यालय व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर भले ही शासन-प्रशासन वाहवाही लुटती रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत सरकारी दावों को दरकिनार कर वास्तविकता से अवगत कराती है। ग्रामीणों ने जताई स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम पनगांव विद्यालय निर्माण में भ्रष्टाचार की आशंका एक करोड़ सत्रह लाख के लागत से बन रही कूल 9 कार्य जिसमे 8 कार्य पूर्ण हो चुके है एक कार्य सरकारी फाईलो मेंं प्रगतिरत बताया जा रहा है कार्यों के सूची इस प्रकार है बोर खनन एवं पंप स्थापना में 1.17 लाख पेवर ब्लॉक कार्य 5.67 लाख प्रवेश द्वार निर्माण 3.83 लाख, प्रथम तल कक्ष निर्माण 23.9 लाख जीर्णोद्धार कार्य 28.26 लाख पोर्च निर्माण 7.40 लाख सीसी रोड निर्माण 5.43 लाख अतिरिक्त कक्ष निर्माण 34.69 लाख सायकल स्टैंड 7.44 लाख।
सरकार के करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद काम सन्तुलन नजर नहीं आ रहा वहीं गुणवत्ता की बात करें तो वह अपनी इज्जत बचाकर लगभग चार किलोमीटर दूर सरकारी दस्तावेज में दुबक कर बैठा दिखाई पड़ रहा है। लोक सेवा यांत्रिकी विभाग के कर्मचारी व ठेकेदार के बीच की बात है। तभी तो स्कूल में बच्चे बैठे तक नहीं है। लेकिन स्कूल के दीवारों में दरारे पडऩे लग गईं हैं सीलन आने लग गईं हैं तो ऐसे में यह भवन कब दम तोड़ देगी और कितने को ले डूबेगी यह तो भविष्य बताएगा। प्रकृति ना करे ऐसी अनहोनी जिसमें भ्रष्टाचार के भेट नवनिहालों को चढ़ाया जाए। स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि ऐसे घटिया निर्माण को रोकते हुए जांचकर भ्रष्टाचार सम्बंधित ठेकेदार के ऊपर निर्माण मे लगे राशि का पूर्ण वसूली एवं सम्बंधित इंजीनियर पर निलंबन करते हुए विभागीय जांच करे साथ ही साथ भ्रष्ट ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करते हुए कार्यवाही की जाये ताकि साथ ही दुबारा कोई ऐसा गलती न करें। साथ ही साथ मांग किया किया जाता है कि स्वामी आत्मानंद हिंदी स्कूल मामले मे कार्यवाही रिपेरिंग तक सीमित न हो सम्बंधितो पर उचित कार्यवाही करे। अगर सम्बंधितो पर कुछ कार्यवाही नहीं होती तो भ्रष्टाचार मे मनोबल बढ़ेगा जिससे आगामी कार्य मे भी इस प्रकार की अनियमितता होती रहेगी।
थूक पालिस कर कार्य पूर्ण न किये जाये सम्बंधित इंजिनियर और ठेकेदार पर हो कार्यवाही
इससे पूर्व में भी हमारे अखबार द्वारा भरसेला बड़ा ग्राम पंचायत के सार्वजनिक शौचालय भवन निर्माण में अनिमितता बरतने के कारण दरार पड़ गयी जिसे प्रमुखता से खबर चलाकर जिला प्रशासन के संज्ञान में लायी गयी थी। जिसे तत्कालीन कलेक्टर द्वारा जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया तो आरईएस के इंजीनियर दुर्गा प्रसाद साहू द्वारा थूक पालिस कर सीमेंट के परत चढ़वाकर एवं पोताई करवाके पूर्ण कर दिया गया और रिपोर्ट मे सम्बंधित एसडीओ द्वारा जांच में कोई गड़बड़ी नहीं करके प्रस्तुत कर दिया गया। एसडीओ द्वारा जांच में कही कोई उल्लेख नहीं किया गया कि निर्माण के बाद क्यों दरार पड़ी कौन इंजिनियर द्वारा किस तरह सत्यापन मूल्यांकन किया गया अंतिम किस्त किस आधार पर जारी किया गया सम्बंधित इंजीनियर पर क्यों कार्यवाही के लिए लिखा नहीं गया ये तमाम बातो को नजरअंदाज किया गया इसकी वजह तो पता नहीं चल पायी है। जिससे जनमानस में चर्चा है कि चोर चोर मौसेरे भाई होते है।
हमने किसी से संबंधित कुछ मुद्दों पर अधिकारियों से बातचीत किया बलौदा बाजार जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूल खुलने से पहले साफ -सफाई, बालकान पाठकान, वह शासन से दिए गए निर्देशों का पालन कर लिया गया है। स्कूल में अभी दाखिला का दौर चल रहा है गणेश पुस्तक के भेजी जा रही हैं। आंशिक रूप से मरम्मत व निर्माण कार्य को छोड़कर लगभग सभी तैयारी पूरी हो चुकी है। उस समय में जिले में पदस्थ नहीं था।
* यदि इस प्रकार की बातें हैं तो हम एसडीओ और कर्मचारी भेज कर दिखवाते हैं।
कार्यपालन अभियंता लोक सेवा यांत्रिकी विभाग
जिला बलौदा बाजार भाटापारा