जोहार छत्तीसगढ़ -धरमजयगढ़।
सारंगढ़ के हरदी निवासी तथा के.के.ढ़ाबा के संचालक कृष्ण कुमार निराला के तार महाठग शिवा साहू से जुड़े होने का संदेह व्यक्त करते हुए पत्रकारो ने आज पुलिस कप्तान पुष्कर शर्मा से मुलाकात किया तथा इस संबंध में जांच एवं दोषी पाये जाने पर कड़ी कार्यवाही संबंधी ज्ञापन सौपा। बताया जा रहा है कि शिवा शाहू के कथित एजेंट मिथिलेश साहू द्वारा उक्त ठगी कांड में कृष्ण कुमार निराला पिता देवप्रसाद निराला उम्र लगभग 45 वर्ष निवासी ग्राम हरदी थाना सारंगढ़ का भी मुख्य भूमिका होना बताकर सारंगढ़ क्षेत्र में एजेंट के रूप में कार्य कर शिवा साहू के साथ ऑनलाईन ट्रांजेक्शन एवं नगदी संव्यवहार के माध्यम से लेनदेन करने की जानकारी दिया, जिस पर सारंगढ़ के मीडियाकर्मी में मेघनाथ भारती उर्फ राहुल निवासी ग्राम ग्वालिनडीह तहसील सारंगढ़ एवं दिनेश जोल्हे निवासी ग्राम हिरीं अपने निवासगृह जाने के दरम्यान रास्ते में ही कृष्ण कुमार निराला के के.के. ढाबा/फैमिली रेस्टोरेंट शाम लगभग 7:30 बजे पहुंचे, जहां कृष्ण कुमार निराला से उनका भी पक्ष जानने हेतु सवाल किये जिससे कृष्णा कुमार निराला आवेश में आकर मेघनाथ भारती उर्फ राहुल एवं दिनेश जोल्हे को अपशब्द एवं बुराभला कहते हुये देख लेने एवं अपनी पहुंच ऊपर तक होने की बातें करते हुये झूठे केस में फंसा देने की धमकी देने लगा। जबकि पत्रकारों ने कृष्णा का पक्ष जानने के लिए कई दफा दूरभाष के माध्यम से संपर्क भी किया गया लेकिन वर्जन नही मिल पाया। वही पत्रकारों ने पुलिस कप्तान को बताया कि विश्वस्त सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुआ है कि कृष्ण कुमार निराला द्वारा क्षेत्र के कई भोले-भाले लोगों को ऊंची ब्याज देने व रकम दोगुना करने का झूठा आश्वासन देकर ठगी किया है तथा शिवा साहू से व्यक्तिगत एवं मोबाइल के माध्यम से संपर्क में रहा है व शिवा साहू और उनके सहयोगियों से करोड़ो रूपये की लेनदेन अपने व परिवारवालों के नाम से संचालित खाता के माध्यम से भी किया है। शिवा साहू को एजेंट के रूप में कार्य करने के पश्चात् से कृष्ण कुमार निराला आय से अधिक रूपये का एकाएक बेनामी लेनदेन किया है, जिससे स्पष्ट है कि कृष्ण कुमार निराला की भूमिका पूर्णतः संदेह के घेरे में है, जिसके विरुद्ध जांच टीम गठित किया जाकर शिवा साहू के संपर्क में रहकर अवैध लेनदेन करने के संबंध में कृष्ण कुमार निराला व उनके परिवारवालों के नाम से विभिन्न बैंको में संचालित खाता में हुए लेनदेन का निष्पक्ष जांच करते हुए उचित कार्यवाही किया जाए।