जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ ब्लाक की ग्राम पंचायत चंद्रशेखरपुर एडू में 2014-15 में ग्रामीणों द्वारा स्वयं से बनाये शौचालय की प्रोत्साहन राशि दस वर्ष बीत जाने के बाद भी हितग्राहियों को नहीं मिला। जिस कारण पिछले दस सालों से हितग्राही दर-दर भटकने को मजबूर हैं। हितग्राही अपने अधिकार की राशि के लिए सरपंच विधायक एवं प्रशासनिक अधिकारी तक गुहार लगा रहे हैं। लेकिन सरपंच जिला बाई राठिया प्रोत्साहन राशि के लिए हितग्राहियों को घुमाया जा रहा है जबकि यहां की महिलाएं अपने काम काज छोड़कर कभी छाल तहसील तो धरमजयगढ़ सीईओ, एसडीएम तो कभी रायगढ़ कलेक्टर के पास जा रहे लेकिन सरपंच को इससे कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा। हितग्राहियों द्वारा शिकायत पर प्रशासन से जांच के लिए 16 फरवरी को धरमजयगढ़ से टीम गठन कर भेजा गया। जिसमे सरपंच स्वास्थ्य खराब होने के कारण हॉस्पिटल में थी तो जांच टीम द्वारा पुन: हितग्राहियों को 22 फ रवरी का तारीख दिया गया जिसके जांच में सरपंच जिला बाई द्वारा 27 फरवरी को हितग्राहियो को सेल्फ चेक देने में सहमति जाहिर किया लेकिन हमेशा की तरह चेक नहीं दिए उल्टा फिर नये दस्तावेज मंगाया गया। जिसमे सीधा शाम तक खाते में आहरण हो जाएगा लेकिन आज पांच दिन बीत गया किसी के खाते रकम नहीं आया।
क्या कहते हैं जनपद सीईओ
जब महिलाएं सरपंच कि शिकायत लेकर धरमजयगढ़ जनपद पंचायत सीईओ के पास पहुंची तब सीईओ ने कहा 10 साल पहले मंै मौजूद नहीं था। उसकी जानकारी मुझे नहीं हैं लेकिन आप लोगों का प्रोत्शाहन राशि नहीं मिला हैं तो सरपंच जिला बाई राठिया को देना पड़ेगा। क्योंकि शासन द्वारा राशि का भुगतान पंचायत को कर दिये गए है। और रही बात खाता सीज होने कि तो ऐसा नहीं होता है और सरपंच जिला बाई की काफी शिकायत हैं वैसे मंै 8 मार्च के बाद सभी मामलो कि जांच में जाऊंगा और जांच में जो दोषी पाया जयेगा उस पर उचित कार्यवाही कि जायेगी।