जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ क्षेत्र के मेढरमार कॉलोनी में फिर हाथियों का आतंक सामने आया हैं जहां बीती रात को हाथियों के झूंड ने किसान के खेत में घुसकर कई एकड़ मक्के के फसल को बर्बाद कर दिया हैं। जिसकी जानकारी किसान को सुबह मिलते ही किसान अपने खेत पहुंचा और हैरान रहा गया की यह क्यों और कैसे हुआ। बीते रात को खूब अंधी तूफान और बारिश हो रहा था। जिसके कारण सभी किसान अपने जान बचाने के लिए खेतों को छोड़ घर चले गए वही आंधी तूफान के कारण पूरे गांव की बिजली रात भर काट दी गई। जिसके बाद रात को अचानक हाथियों के झूंड ने मक्के के खेत में धावा बोल दिया और किसानों के खेतो में जा घुसे रात भर मक्का खाकर सुबह वापस जंगल की ओर लौट गए। वही किसान प्रियतोष हालदार ने बताया की वह मेढरमार स्थित 4 एकड़ जमीन में मक्के का फसल लगाया हैं। कलवह अपने खेत में ही था पर अचानक शाम को मौसम बिगडऩे एवं तेज आंधी तूफान व बारिश के कारण घर चला गया और जब वह सुबह आया तब हाथियों के एक झूंड ने उसके पूरे फसल को बर्बाद कर दिया हैं जब वह खेत आया तब देखा की उसने जो खेत का घेराव करने के लिए खम्बे और तार का इस्तेमाल किया था। जिसे हाथियों ने तोड़ दूर फेंक दिया हैं और पूरे खेत में हाथियों का झूंड ने विचरण कर फसलों को रौन्द दिया हैं जिससे उसके कई एकड़ की फसल बर्बाद हो चूका हैं अब वह शासन से मुआवजे के लिए उम्मीद लगाए बैठा हैं किसान का कहना हैं की शायद ही उसके पूरे फसल का उसे मुआवजा मिले क्योंकि मौके पर आये अधिकारी द्वारा जितने राशि के लिए मुआवजा बनाया जाता हैं पर असलियत में उससे बहुत कम मुआवजा किसानों को मिलता हैं।