जोहार छत्तीसगढ़-रतनपुर।
आदिवासी सेवा सहकारी समिति चपोरा के अंतर्गत धान उपार्जन केंद्र पचरा में किसानों की रकबा व खसरा को बिना मिलान किए खरीदी कर गड़बड़झाला होने की शिकायत पर अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं होने से शिकायतकर्ता जनपद पंचायत कोटा के उपाध्यक्ष सुमंत जायसवाल ने उग्र आंदोलन करने की बात कही हैं सुमंत जायसवाल ने कलेक्टर से शिकायत पत्र में उल्लेख किया है कि धान खरीदी वर्ष 2022-23में आदिवासी सेवा सहकारी समिति चपोरा प.क्रमांक 3087 के धान उपार्जन केंद्र पचरा में धान खरीदी के लिए चयनित समिति के कार्यरत तत्कालीन कर्मचारियों के द्वारा किसानों के रकबा व खसरा को मिलान नही किया गया जिससे इन किसानों के खसरा व रकबा में गड़बड़ी कर दूसरे किसानों के खसरा रकबा को जोड़ कर इसके रकबा व खसरा को बढ़ा दिया गया और इनसे अधिक मात्रा में धान खरीदी किया गया तत्कालीन समिति के द्वारा इनके खसरा व रकबा की जांच करने के उपरांत खरीदी किया जाना था इस खरीदी से सरकार को लाखों रुपए का चपत लगाया गया है इस मामले में जांच अधिकारी सहकारिता के सीईओ दुर्गेश साहू से जानकारी लेने के लिए संपर्क किया गया उनके द्वारा कॉल रिसीव नही किया गया। इन किसानों की खसरा रकबा में किया गया गड़बड़झाला आदिवासी सेवा सहकारी समिति चपोरा पण्क्रमांक 3087 के धान उपार्जन केंद्र पचरा के अंतर्गत ग्राम सेकर निवासी पीताम्बर सिंह पिता वीर सिंह, सीता कंवर पिता रंजन सिंह, विशाल सिंह पिता मिलाप सिंह, दुकालू सिंह पिता मिठ्ठू सिंह, किताब पैकरा पिता बिसाहू सिंह व ग्राम पुडु निवासी वेद पैंकरा पिता बिसाहू सिंह इन किसानों की खसरा रकबा को बिना जांच किए इनसे अधिक मात्रा में धान खरीदी किया गया है।