जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। महीना भर पहले धरमजयगढ़ क्षेत्र में एक आदिवासी युवक की पिटाई का मामला सामने आया था। जिसमें दो आरोपी को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया जहां से रिमांड पर जेल भेज दिया गया था। मामले में कई अन्य आरोपी शामिल हैं। जिसे लेकर छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज ने आरोपियों पर कार्यवाही की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा था। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से आदिवासी समाज ने नाराजगी जताई है। सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया था कि खम्हार निवासी आकाश सारोन लकड़ा को रसूखदार विजय अग्रवाल, विक्की अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, अतुल अग्रवाल, अनमोल अग्रवाल एवं अन्य साथियों द्वारा जान से मरने की धमकी देते हुए मारपीट किया गया। जिन्हें आदिवासी एक्ट के तहत कार्यवाही कर गिरफ्तार करें। धरमजयगढ़ पांचवीं अनुसूची क्षेत्र होने के बाद भी आदिवासियों का शोषण एवं उन पर अत्याचार हो रहा है। आदिवासियों को संरक्षण देते हुए आदिवासियों पर अत्याचार करने वाले पर कठोर कार्यवाही करें। इस मामले में पुलिस जल्द कार्यवाही नहीं करती है तो आदिवासी समाज उग्र आंदोलन करेगा। जिसकी समस्त जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
जल्द हो सकती है फरार आरोपियों की गिरफ्तारी
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार आदिवासी युवक के साथ हुई मारपीट के मामले में पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है, और जल्द ही फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायलय में पेश कर सकती है?
आदिवासी समाज के लेटर में एक ऐसा नाम, नगर में चर्चा का विषय बना
खम्हार निवासी युवक के साथ मारपीट की घटना किसी ने मोबाइल के माध्यम से वीडियों बना कर सोशल मीडिया में डाल दिया था जिसके बाद से ही मामला गर्मा गया था। धरमजयगढ़ पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए कई धाराओं के साथ मामला दर्ज कर दो आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, बाकी आरोपी फरार हो गये हैं। घटना की जानकारी जैसे ही आदिवासी समाज के संज्ञान में आने पर आदिवासी संघठन द्वारा धरमजयगढ़ पुलिस को ज्ञापन के माध्यम से जल्द आरोपियों पर कार्यवाही करने की मांग की है। वहीं प्रार्थी थाने अपने शिकायत में दो आरोपी के नाम लिखित में दिया गया था, और अन्य 4 आरोपी थे लेकिन आदिवासी समाज द्वारा दिये गये ज्ञापन में सभी आरोपियों का नाम बताया गया है। घटना में मनोज अग्रवाल का नाम आने से नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है, अब पुलिसिया जांच में ही पता चलेगा कौन-कौन इस गंभीर घटना में संलिप्त है।