जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। छत्तीसगढ़ राज्य व्याख्याता पदोन्नति समिति के प्रदेश संचालक मुकुन्द उपाध्याय ने बताया कि दो माह पहले जब पदोन्नति प्रक्रिया प्रदेश में गति पर नहीं थी। तब पदोन्नत कोर कमेटी के 100 सदस्यीय पदाधिकारियों ने लगातार, मंत्री, विधायक, डीपीआई, समस्त जेडी, समस्त डीईओ, समस्त बीईओ से भेंटकर ज्ञापनपत्र देते हुये निवेदन करते रहे। तब जाकर ई एवं टी संवर्ग की अंतिम वरिष्ठता सूची जारी की गई व ई संवर्ग का 27 सितम्बर तक व टी संवर्ग का 29 सितम्बर तक समस्त जेडी को पदोन्नति प्रस्ताव मंगाया गया था। जिससे प्रदेशभर के शिक्षक से व्याख्याता पदोन्नति होने वाले शिक्षकों में हर्ष व्याप्त था और उनको उम्मीद थी अब पदोन्नति आचार संहिता के पूर्व कर दी जायेगी, और इसी की जानकारी लेने समिति के पदाधिकारी जब डीपीआई जाकर उच्च अधिकारियों से छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमलवर्मा भैया से भेट किये तो ज्ञात हुआ 3 अक्टूबर तक किसी भी जेडी कार्यालय से पदोन्नति का प्रस्ताव डीपीआई नही भेजा गया है। इससे प्रदेशभर के शिक्षको में भारी आक्रोश हैं क्योंकि जब डीपीआई व्याख्याता पदोन्नति हेतु लगातार समिति को आश्वस्त व सहयोग देते आ रही है, तो कही जेडी और डीईओ, बीईओ के लेट लतीफी के कारण प्रस्ताव न पहुँच पाने से आचार संहिता के कारण कहि पदोन्नति न लटक जाये, अगर ऐसा हुआ तो प्रदेशभर के शिक्षक किसको जिम्मेदार मानेंगे स्पष्ट है। उक्त समस्या निराकरण हेतु 3 अक्टूबर की शाम 6 बजे मुकुन्द उपाध्याय की अध्यक्षता में कोर कमेटी की वर्चुअल बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 4 अक्टूबर को समिति के पदाधिकारियों द्वारा समस्त बीईओ, डीईओ, जेडी कार्यालय जाकर सूची भेजने का आग्रह करेंगे, समिति के प्रयास से लगभग डीईओ कार्यालय द्वारा पदोन्नति प्रस्ताव की सूची संबधित जेडी कार्यालय भेज दिया गया है। दुर्ग, रायपुर, बस्तर जेडी में पदोन्नति प्रस्ताव सूची कहीं हस्ताक्षर, कहीं डीईओ से सूची अप्राप्त का हवाला देते हुये सूची डीपीआई नही भेजा गया है। जिसके कारण समिति के समस्त पदाधिकारियों द्वारा बस्तर, दुर्ग, रायपुर संभाग के अधिकारियों से चर्चा किया जाकर आग्रह किया जा रहा हैं ताकि आचार संहिता के पूर्व डीपीसी व पदोन्नति की काउंसलिंग हो सकें और शासन की बनाई योजना का लाभ प्रदेश के शिक्षको मिल सकें। प्रदेश कोर कमेटी ने निर्णय लिया है अगर 5 अक्टूबर तक समस्त जेडी कार्यालय द्वारा इतना विलम्ब होने के बाद समिति के निवेदन आग्रह को नजरअंदाज करते हुये सूची नही भेजे है और आचार संहिता के कारण पदोन्नति लटकती है। तो प्रदेशभर के शिक्षक सूची नही भेजने वाले संबधित जेडी को जिम्मेदार मानेंगे, व समय आने पर कुछ ठोस निर्णय लेने के लिये मजबूर होंगे। उपरोक्त छत्तीसगढ़ राज्य व्याख्याता पदोन्नत कोर कमेटी के पदाधिकारीगण ,सादिक अंसारी, हरनारायण साहू, जयप्रकाश झा, बुद्धपाल शिन्दे, बिरस यादव, चंदूलाल देशमुख, अनिल साहू, रामचरण साहू, अनिल देवांगन, अमित शर्मा, अजय श्रीवास्तव, जितेंद्र साहू, अस्वनी प्रधान, अवधेश वर्मा, महेंद्र राजवाड़े, राजेस्वर साहू, युगल साहू, प्रफुल्ल मांझी, नवीन मिश्रा, अलबिनुस खलखो, अशोक जायसवाल आदि समस्त सदस्यों की सर्वसम्मति से लिया गया है।