जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
शासकीय महाविद्यालय धरमजयगढ़ में हिंदी दिवस धूमधाम से मनाया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने दोहा, भाषण, कविता आदि के माध्यम से अपने विचार अभिव्यक्त किया। छात्रा नेहा ठेठवार ने अपने दोहे में बताया कि हिंदी जन .जन की भाषा है और भारत के हर नागरिक में अपनी भाषा के प्रति सम्मान की भावना होना जरूरी है। छात्र सुरेश राठिया ने बताया की हिंदी की पहुंच दूसरे देशों के कोने-कोने में हो गया है। छात्रा प्रियंका महंत ने बताया की हिंदी हमारी संस्कृति की संवाहक है। वही हिंदी विभाग की प्राध्यापिका एम कुजूर ने बताया कि हिंदी देश की राष्ट्रीय एकता को बनाए रखती है, साथ ही साथ रोजगार के अनेक अवसर प्रदान करती है। प्रोण् निरंजन कुजूर ने बताया की विदेशों के कई विश्वविद्यालय में हिंदी को एक अध्ययन अध्यापन के विषय के रूप में पढ़ाया जाता है जो कि हमारे लिए बहुत गौरव और सम्मान की बात है। प्रो. राजेश बंजारे ने बताया है कि हमे प्रत्येक विषय को समझने में हिंदी की जरूरत पड़ती है। प्रो. पूजा साव ने कहा कि आज भारत की हर बड़े प्रतियोगी परीक्षाओं में हिंदी एक अनिवार्य विषय के रूप में शामिल रहता है इसलिए छात्र-छात्राओं के लिए हिंदी का अध्ययन बहुत जरूरी है। प्रो.संगीता तिर्की ने कहा कि हमारी मातृभाषा हिंदी अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम है, प्रो. प्रतीक सिदार ने कहा कि अपनी मातृभाषा हिंदी को अन्य भाषाओं के प्रभाव से बचाना बहुत जरूरी है। हिन्दी विभाग और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम के अवसर पर सूरज यादव, रोहन राठिया,जीविधा आदित्य, शिवम सोनी, साहिल कुजूर, प्रीति पंत,अंजली बखला, डिंपल, आरोती चौहान, कांति शर्मा आदि छात्र-छात्राओं की भागीदारी सराहनीय रही।