जोहार छत्तीसगढ़-छाल।
छाल तहसील अंतर्गत ग्राम लात के सैकड़ों भू-विस्थापित परिवार नौकरी की मांग को लेकर 24 जुलाई से छाल खुली खदान के गेट में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे हैं। जिसके कारण चार दिनों से एसईसीएल का छाल खदान बंद है। एसईसीएल को कई करोड़ों का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। हड़ताली आर पार की लड़ाई लडऩे के मूड में है। बता दें कि इससे पहले भी कई बार लात छाल के विस्थापित परिवारों द्वारा खदान बंद किया गया है पर हर बार उन्हें आश्वासन ही मिलता है। लात के विस्थापित परिवार के पक्ष में बिलासपुर उच्च न्यायालय भी आदेश कर चुका है। साथ ही कलेक्टर जिला रायगढ़ भी एसईसीएल प्रबंधक को नौकरी देने कई पत्र लिख चुके हैं। एसडीएम धरमजयगढ़ द्वारा भी पात्र लोगों की सूची एसईसीएल प्रबंधक को दी गई है। पर एसईसीएल प्रबंधक कोई पहल नहीं कर रहा है। 4 दिनों से परिवार सहित खदान के गेट में बैठे लोगों का हाल जानने 25 जुलाई को एसडीएम धरमजयगढ़ पहुंचे थे। जहां उन्होंने विस्थापितों को मानने का प्रयास भी किया, पर ग्राम लात के विस्थापित नहीं माने हड़ताल जारी रहेगा करके निवेदन किए। विस्थापितों का मुख्य मांग छत्तीसगढ़ आदर्श पुनर्वास नीति का पालन कर नौकरी दिलाने की है।