जोहार छत्तीसगढ़-रायगढ़।
छत्तीसगढिय़ावाद पर पारा सबसे हाई हो चुका है भाजपा प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के छत्तीसगढिय़ावाद के ढोंग को एक-एक करके उजागर कर दिया है। छत्तीसगढ़ की माटी के लाल ओपी चौधरी ने यहां तक चुनौती दी है कि गिल्ली डंडा, भौंरा बाटी गेड़ी की बात करने वाले मुख्यमंत्री जब कांग्रेस का कार्यकाल चलता था तब सड़कों में कीचड़ भरे पड़े रहते थे इसके बावजूद गेड़ी में चढ़कर हम स्कूल जाया करते थे। उन्होंने छत्तीसगढ़ी में कहा भूपेश बघेल ,ला गेड़ी दौड़ के चुनौती देना चाहत हन देखथन कोन पहला आथे। इसके बाद एक एक करके जो तथ्य ओपी चौधरी ने जो रखे वो इस प्रकार हैं। कांग्रेस ल जब अतकी साल तक मौका मिले रहीस तब ये छत्तीसगढ़ के दरद ल नइ समझिन अऊ जब भारतीय जनता पार्टी ल मौका मिलिस तब छत्तीसगढ़ के भई.बहिनी मन के दरद ल समझके छत्तीसगढ़ राज्य के गठन होइस। अऊ यही हर सही मायने में असली छत्तीसगढिय़ावाद हवे। छत्तीसगढ़ म राज्यसभा के सदस्य बनाए के जब मौका अइस तोए ए मन बिहार के माफि या पप्पू यादव के पत्नि रंजना यादव, पंजाब के टी एस तुलसी अऊ राजीव शुक्ला ल बनाइस। हमर छत्तीसगढ म करीब 3 करोड़ छत्तीसगढिय़ा भई बहिनी के जनसंख्या म कांग्रेस लए भूपेश बघेल ल एक्को झीन ल राज्यसभा सदस्य बनाए बर नइ मिलिस। का इला कथे छत्तीसगढिय़ावाद, 50 साल तक छत्तीसगढ़ ल कांग्रेस हर एको रच बढऩ नइ दिस। छत्तीसगढ़ ले जम्मों सम्पदा हर जावत रहिस। बैलाडीला पहाड़ ले लौह अयस्क ह जाए। लेकिन इहां विकास हर नई होवत रहीस। कोरबा म बिजली बनत रहीस लेकिन जम्मों तरफ अंधियार ही अंधियार रहे। हमर छत्तीसगढ़ के अमीर भुइयां के आदमी मन ल गरीब बनाए के पाप अगर कोई करे आहे तो वो हर सिर्फ अऊ सिर्फ कांग्रेस हर करे हे। 15 साल म जब भी भारतीय जनता पार्टी ल मौका मिलीस तए राज्यसभा सदस्य बर, हर बार छत्तीसगढिय़ा भई बहिनी मन ल ही राज्यसभा के सदस्य बनाइन। एला कथें छत्तीसगढिय़ावाद। एक साथ 3 झन छत्तीसगढिय़ा मन ल पद्मश्री के पुरस्कार मिले हवे, तो ये काम ल अगर कोई करे हे तो वो सिर्फ अऊ सिर्फ केंद्र के नरेंद्र मोदी जी के सरकार हर ही करे हे। पिछले 50 साल के कांग्रेस के कार्यकाल में आज तक अइसे नइ होईस हे की 1 साल में 3 झन ल पद्मश्री पुरस्कार मिले हे। छत्तीसगढ़ बोली ल अगर राजभाषा के दर्जा कोई हर दिलाये के काम करिस हे त वो हर भाजपा सरकार हर ही करे हावे अऊ छत्तीसगढ़ ल अगर बर्बाद करे के अगर कोई काम करे हे त वो भूपेश बघेल हर करे हे। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के 4.5 साल के कार्यकाल में एमन अभी तक राजभाषा आयोग के अध्यक्ष के नियुक्ति नी करे हें। छत्तीसगढिय़ावाद के सिर्फ और सिर्फ ढोंग करत हे एमन।