
जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
जिले के कापू थाना क्षेत्र में एक पटवारी पर फर्जीवाड़े का आरोप लगा कर उसकी पिटाई करने के मामले में अब एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें कुछ लोग एक व्यक्ति की बर्बर तरीके से पिटाई करते नजर आ रहे हैं। इस वायरल वीडियो में एक पुलिसकर्मी भी दिखाई दे रहे हैं जो उस व्यक्ति से मारपीट कर रहे लोगों को मना कर रहे हैं लेकिन उन पर इसका कोई असर पड़ता नहीं दिखता है और लोग उस व्यक्ति की लगातार पिटाई करते हुए दिख रहे हैं। हालांकि, इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बलवा सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। वहीं, इस मामले को लेकर पिछ्ली रिपोर्ट में हमने बताया था कि बलवा की धारा लगाने के बावजूद पुलिस की ओर से इस मामले को सामान्य बताया जा रहा है। अब इस मामले से जुड़े एक वायरल वीडियो को देखने से यह पता चलता है कि कई लोग मिलकर एक शख्स की पिटाई कर रहे हैं। इस वीडियो के माध्यम से जो दृश्य देखने को मिल रहा है वह विचलित करने वाला है। इस वीडियो में एक पुलिसकर्मी के सामने कुछ लोग एक पटवारी की बेतहाशा पिटाई कर रहे हैं उससे लोगों के मन में यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या पुलिस की वर्दी और कानून का कोई खौफ नहीं रहा? क्या ग्रामीण इलाकों में भी भीड़ तंत्र के नाम पर पुलिस के सामने कानून को अपने हाथ में लेने का ट्रेंड शुरू हो गया है? कुछ लोग इसे मॉब लिंचिंग के प्रयास जैसी घटना के रुप में देख रहे हैं। पुलिस की मौजूदगी में ऐसे कांड करने के आरोपियों के हौसले और भीड़ के सामने नतमस्तक कानून के एक रखवाले का यह दृश्य बेहद खौफनाक होने के साथ साथ शर्मनाक भी है। इससे भी ज्यादा डरावना यह है कि पुलिस इस मामले को सामान्य घटना बता रही है। सवाल यह भी है कि जिस मामले को सेंसेटिव दर्शाया गया है और पुलिस की ओर से भी अपेक्षित गोपनीयता बरती गई तो क्या अब यह वीडियो वायरल करने वाले के खिलाफ भी कोई मामला दर्ज किया जायेगा? ऐसा इसलिए नहीं कि उसने यह वीडियो वायरल किया बल्कि शायद इसलिए कि इस वीडियो में यह सामने आया कि एक पुलिसकर्मी के सामने लोग किस तरह से कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं और रक्षक, पीड़ित को भीड़ से बचा पाने की हालत में भी नजर नहीं आता है। यह स्थिति आम लोगों के लिए भी काफी चिंताजनक है।
अधिवक्ता मिश्रा ने की वीडियो की पुष्टि
इस पूरे मामले में पुलिस के संबंधित अधिकारियों ने एक बार फिर वीडियो की पुष्टि करने से कतराते नजर आए। उन्होंने इस वीडियो की वास्तविकता को लेकर पूछे गए सवाल को लेकर अस्पष्ट जवाब दिया। वहीं, धरमजयगढ़ के अधिवक्ता नरसिंग मिश्रा, जो संबंधित पटवारी की ओर से कुछ मामलों में पैरवी कर रहे हैं, ने इस वीडियो की पुष्टि करते हुए बताया कि वीडियो में उनके क्लाइंट के साथ मारपीट की जा रही है। उन्होंने वीडियो में नजर आ रहे कुछ आरोपियों की पहचान भी की। पुलिस के संबंधित अधिकारी के द्वारा इस मामले को सामान्य बताए जाने की बात पर उन्होंने हैरानी और नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि घटना से जुड़े एक वायरल वीडियो से यह स्पष्ट हो गया है कि वहां पर पुलिस की मौजूदगी में पटवारी के साथ कई लोगों के द्वारा बर्बर तरीके से मारपीट की गई है। मिश्रा ने बताया कि इस घटना में पटवारी काफी घायल हुए हैं और उन्हें रायगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।