जोहार छत्तीसगढ़-रतनपुर।
रतनपुर अंचल के ग्राम नयागांव मोहदा में अखंड नवधा रामायण का आयोजन 10 फरवरी से किया गया। इसका समापन रविवार को हुआ। इस मौके पर भंडारा का भी आयोजन किया गया। अखंड नवधा में हर रोज अंचल के ख्यातिलब्ध मानस गायन के लोक कलाकार अपनी प्रस्तुति देने पहुंचते रहे। बड़ी संख्या में आस पास के गांवों के श्रद्धालु मानस गान का रसपान करने पहुंचते रहे। इस दौरान भंडारा से भी प्रसाद ग्रहण करते रहे। अखंड नवधा रामायण के आयोजन में आचार्य पंडित तोताराम पाठक रहे उन्होंने कहा काम, क्रोध, मद, मान, न मोहा। लोभ, न छोभ, न राग, न द्रोह जिनके कपट, दंभ, नहिं भया। तिनके हृदय बसहु रघुराया यानि जिनमें न तो काम, क्रोध, मद, अभिमान और मोह हैं। न लोभ है। न क्षोभ है,न राग है, न द्वेष है और न कपट, दम्भ और माया है, उनके हृदय में ही प्रभु राम का निवास है। निश्छल लोगों के रोम रोम में राम का वास है उनके मानस प्रवचन और टीका से मानस श्रोता ओतप्रोत होते रहे। अखंड नवधा रामायण के आयोजन में सामाजिक कार्यकर्ता राधेश्याम जायसवाल,रुप सिंह,गनपत,उप सरपंच महावीर साहू,संतोष साहू, रोहित साहू,अमित साहू,श्याम साहू,राजकुमार साहू, गणेश साहू, जितेंद्र साहू, जगदीश साहू,नरेंद्र,हनुमान, विष्णु,ज्ञानेंद्र, प्रभात,विष्णु सिदार,प्रहलाद साहू,देवानंद मानिकपुरी का सहयोग रहा।