जोहार छत्तीसगढ़- धरमजयगढ़।
चौहद्दी एवं बिक्री नकल के लिए ससकोबा पटवारी पर घुस मांगने का आरोप लगाया गया है। लेकिन आरोप को पटवारी ने एक सिरे से खारिज करते हुए बताया कि जो ऑडियो जारी हुआ है उसमें मेरा आवाज नहीं है। पटवारी गोविंद कुमार बड़ा ने बताया कि मामला कुछ और है लेकिन बदनाम करने के लिए घुस मांगने का झूठा आरोप लगाया गया है। पटवारी ने बताया कि जिस जमीन का चौहद्दी एवं बिक्री नकल मांगा जा रहा था वह जमीन विवादित है जिसमें कमिश्नर कार्यालय बिलासपुर में प्रकरण लंबित है। जिस खसरा का चौहद्दी मांगा गया वह जमीन अधिकार अभिलेख में छोटे डोकरी पिता मोती जाति कंवर निवासी ससकोबा के नाम पर है। लेकिन वर्तमान रिकॉर्ड में वह जमीन बैगाराम चौहान पिता बंधन चौहान जाति गांडा निवासी ससकोबा के नाम पर है। जिससे छोटे डोकरी द्वारा न्यायालय में आवेदन देकर जमीन अपने नाम करने की मांग की गई। वहीं पटवारी को आवेदन देकर कहा गया है कि प्रकरण का निराकरण होने तक किसी को चौहद्दी न दिया जाए। ताकि फैसला होने तक उस जमीन को कोई बेच न सके। पटवारी ने आगे बताया कि बैगा राम एवं क्रेता द्वारा उस जमीन का जब चौहद्दी मांगा तो मेरे द्वारा चौहद्दी देने से इंकार किया गया। लेकिन उनके द्वारा उच्च अधिकारियों से आदेश कराने पर मेरे द्वारा चौहद्दी दिया गया है। जिसमें मेरे द्वारा टीप में जमीन की मूल स्थिति अधिकार अभिलेख में दर्ज कंवर जाति का उल्लेख कर दिया गया है। जिससे अब वह जमीन किसी आदिवासी के नाम पर बिक सकता है। वह जमीन जब अधिकार अभिलेख में कंवर जाति के नाम पर है तो वर्तमान में गांडा जाति के नाम पर किस आधार पर हुआ है। यह तो न्यायालय का मामला है। मेरे द्वारा टीप में कंवर जाति का उल्लेख करने से जमीन का क्रेता पक्ष नाराज होकर बदनाम करने का साजिश रची गई। जो पूरी तरह निराधार है।