जोहार छत्तीसगढ़-घरघोड़ा।
घरघोड़ा क्षेत्र के कुछ पटवारी जो कि घरघोड़ा एरिया के समस्त हल्का नंबर में अपनी मनमानी कर रहे हैं और सरकारी काम तथा हल्का पटवारी गिरी छोड़कर दलाली गिरी में व्यस्त हो रखे हैं। तथा लाखों रुपए की दलाली के साथ जमीन की खरीद बिक्री एवं नामांतरण और बिक्री नकल चौहद्दी का कार्य किया जा रहा है, पटवारी बड़े दलाल लोगों से संपर्क में है। और सीधे किसानों से संपर्क कर उनकी जमीनों में लाखों रुपए की दलाली कर कुछ किसानों को गुमराह कर उनकी जमीन की खरीद बिक्री की सौदे में जी जान लगा रहे हैं। सूत्रों से जानकारी मिली है कि घरघोड़ा क्षेत्र के कुछ ही जाने-माने पटवारी जोकि अपने हल्का नंबर का खुद को मालिक समझते हैं। तथा किसानों को किसी भी कार्य हेतु चक्कर पर चक्कर लगवाते हैं। खरीद बिक्री में भी उन पटवारियों का सीधा हस्तक्षेप रहता है। किसान अगर जमीन अपने अनुसार बेचना चाहें तो उस पर दस्तावेजों में कमी बेशी बताकर उसे लंबित प्रकरण बनाया जाता है। जिससे किसान परेशान होकर उन्हीं पटवारियों के कहने से फि र सौदेबाजी करें तो ठीक नहीं तो दस्तावेजों पर नियम कानून के बेवजह किसान की जमीन को विवादित कर दिया जा रहा है।
किसानों से लेते हैं बिक्री नकल चौहद्दी का प्रति एकड़ 1 लाख रुपए
सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित करने वाली बात तो यह है कि घरघोड़ा क्षेत्र के कुछ गिने चुने पटवारी जो कि किसानों की जमीन का दस्तावेज बिक्री नकल चौहद्दी बनवाने कुछ पटवारी ले रहे हैं प्रति एकड़ एक- एक लाख रुपए मतलब जितना भ्रष्टाचार घरघोड़ा हल्का पटवारी नंबरों में हो रहा है उतना तो छत्तीसगढ़ में कहीं नहीं है जितना भ्रष्टाचार घरघोड़ा क्षेत्र के कुछ पटवारियों ने नाक में दम कर दिया है ऐसे पटवारी की बड़े स्तर में शासन को जांच करनी चाहिए तथा इनकी वैध अवैध संपत्ति की भी जांच होनी आवश्यक है किसानों द्वारा पैसा नहीं देने से उन्हें घुमाया जा रहा है जिससे कि किसान त्रस्त है परेशान है अगर किसान प्रति एकड़ 1 लाख घूस देगा तो किसान के पास क्या बचेगा एक तरफ छत्तीसगढ़ के किसान पुत्र भूपेश बघेल ने किसानों तथा आमजन के हित में सफ ल योजनाएं बनाई है जिसमें विशेषकर किसानों के हित के लिए योजनाओं को फ ोकस में रखकर किसानों को लाभ देना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है लेकिन घरघोड़ा क्षेत्र के कुछ करोड़पति पटवारी छत्तीसगढ़ के किसान पुत्र मुख्यमंत्री की योजनाओं को भ्रष्टाचार में तब्दील कर दिए हैं और किसानों का भरपूर शोषण कर रहे हैं यह सोचनीय विषय है ऐसे में जिला कलेक्टर रानू साहू को जल्द ही जांच करनी होगी और ऐसे दोषी पटवारियों के ऊपर अतिशीघ्र कार्यवाही करनी चाहिए जिससे कि किसान संतुष्ट हो और बिना घूस दिए अपने जमीन के दस्तावेज चौहद्दी शासकीय शुल्क के आधार पर बनवाए जिससे किसानों को राहत मिल सके। जानकारी यह भी है कि पिछले कलेक्टर द्वारा कई वर्षों से जमे पटवारियों का ट्रांसफर की लिस्ट निकाली थी जिसमें घरघोड़ा क्षेत्र के कुछ पटवारियों को तो चार्ज में बदलाव किया लेकिन कुछ और भ्रष्ट पटवारी है जिन्हें हटाया नहीं गया है ऐसे में क्षेत्र के किसान एवं जनता का प्रशासन से विश्वास उठता जा रहा है
तेजतर्रार कलेक्टर रानू साहू पर है क्षेत्र की जनता को भरोसा
कलेक्टर भीम सिंह के जाने के बाद नए कलेक्टर रानू साहू के ऊपर घरघोड़ा क्षेत्र की जनता अब भरोसे में है कि ऐसे चुनिंदा पटवारी जो एक ही हल्का नंबर में जमे हुए हैं तथा मौखिक शिकायत भी हुई है और अब लिखित शिकायत भी किया जाएगा जिससे कि सरकारी कार्यों दस्तावेजों जिसे पटवारी आसानी से बनाएं और नहीं उसे बेवजह विवादित बनाकर किसानों को चक्कर में चक्कर लगवाए ऐसे पटवारी का स्थानांतरण करना तथा इनके चल अचल संपत्ति की जांच होनी भी आवश्यक है।