जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ विकास खण्ड में भ्रष्टाचार किस तरह से पैर पसर रहा इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि एक ग्राम पंचायत सचिव ही अपने उच्च अधिकारी द्वारा जारी आदेश को नहीं मान रहे हैं। हम बात कर रहे हैं जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के बोजिया पंचायत का। सीईओ धरमजयगढ़ द्वारा बोजिया सचिव को एक आदेश जारी किया था लेकिन बोजिया सचिव ने जनपद सीईओ के आदेश की धज्जियां उड़ा दी। बोजिया पंचायत में सूचना के तहत कुछ जनकारियां मांगी गई थी, जनसूचना अधिकारी सचिव बोजिया द्वारा मनमानी करते हुए सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी समय सीमा में नहीं दी गई। आवेदक द्वारा प्रथम अपीलीय अधिकारी जनपद पंचायत सीईओ धरमजयगढ़ के पास जनसूचना अधिकारी सचिव बोजिया के खिलाफ अपील किया था। अपीलीय अधिकारी द्वारा अपील की सुनवाई करते हुए आदेश जारी किया था कि
आवेदक को 7 दिवस के भीतर सूचना अधिकार के तहत मांगी कई जानकारी आवेदक को नि:शुल्क पंजीकृत डाक से दे। लेकिन जनसूचना अधिकारी सचिव बोजिया द्वारा अपीलीय अधिकारी के आदेश को कचरे ढेर में रखते हुए अपने मनमानी तरीके से अधूरा जानकारी आवेदक को दे दिया। इससे तो ऐसा लगता है कि जनपद पंचायत अधिकारी द्वारा जारी आदेश उनके ही अधिनस्थ कर्मचारी पर कोई असर नहीं पड़ता है। जिसका नतीजा है कि सचिव द्वारा सीईओ के आदेश को न मानते हुए मनमानी करते हुए आवेदक को बेवाकूफ बनाने के लिए अधूरा जानकारी दे दी है।