जोहार छत्तीसगढ़- धरमजयगढ़।
शहर से गांव गली मोहल्लों में भगवान गणेश की स्थापना की गई। धरमजयगढ़ में भी जगह जगह भगवान गणेश विराजमान हुए हैं। दशहरा मैदान, रायगढ़ रोड, पतरापारा, जेलपारा सहित नगर में अनेक स्थानों पर सार्वजनिक एवं कई घरों भी भगवान गणेश जी की स्थापना कर पूजा अर्चना की जा रही है। जिस कारण चारों तरफ धार्मिक भजन, आरती सुनाई देती है। जिससे शहर का वातावरण भक्तिमय हो गया है। गणेश चतुर्थी हिंदुओं का विशेष त्योहार है। जो प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है, कि इसी दिन भगवान श्री गणेश जी का जन्म हुआ था। इस दिन भक्त पूरी श्रद्धा के साथ विघ्नहर्ता की पूजा अर्चना करते है। यह पूजा 10 दिनों तक चलती हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस 10 दिनों में पूरी श्रद्धा से बप्पा की पूजा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते है। पंडालों को आकर्षक रूप से सजाया गया है। रात को पंडाल की रौनकता और भी बढ़ जाती है। समितियों द्वारा रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। वहीं डांस प्रतियोगिता का भी कार्यक्रम रखा गया है। बता दें कि प्रसिद्ध हास्य कवि पद्मश्री डॉ सुरेंद्र दुबे का भी 7 सितंबर को धरमजयगढ़ आगमन हो रहा है। जो रात्रि में अपनी टीम के साथ लोगों को हंसाएंगे।