जोहार छत्तीसगढ़- धरमजयगढ़। गर्मी के दिनों में धूल धक्कड़ से परेशान जनता अब गड्ढे और कीचड़ से ज्यादा परेशान हो रहा है। बरसात ने शासन प्रशासन की पोल खुलने लगी है। धरमजयगढ़ के चारों ओर की सड़कों की हालत बहुत खराब है। लेकिन नगरीय क्षेत्र में सड़कों की हालत और बदतर हो गई है। जबकि सावन लगने के बाद भी बारिश कम ही हुई है। नहीं तो हालत और भी खराब हो जाता। नगर के व्यस्त मार्ग गांधी चौक से पीपरमार चौक होते हुए कालोनी तक की सड़क यहां के विकास को आइना दिखा रही है। इस मार्ग में इतना पानी भरा हुआ है कि गड्ढे की गहराई का पता नहीं चलता। एक मकान मालिक तो निजी मजदूर लगाकर सड़क में बने गड्ढों में भरे पानी को निकालने की कोशिश करते दिखाई दिया। जिस मार्ग से हजारों स्कूली बच्चे प्रतिदिन आनाजाना करते हैं। वहीं कन्या हाई स्कूल के मुख्य गेट के सामने तो छोटा तालाब बन गया है। जिसमें भरे पानी से भीग कर छात्रा एवं शिक्षक स्कूल जाते हैं। वहीं उस मोहल्ले के लोग भी उसी छोटे तालाब से होकर गुजरते हैं। लेकिन नगर प्रशासन की नजर इस तालाबनुमा गड्ढे पर नहीं पड़ी है या देखकर भी आंख बंद कर लिया है। अगर क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई तो धरमजयगढ़ की जनता को कालापानी की सजा भुगतनी पड़ेगी। क्योंकि अभी भी धरमजयगढ़ से गुजरने वाली कई बसों ने अपना रास्ता बदल दिया है। जिससे साफ साफ कहा जा सकता है कि धरमजयगढ़ क्षेत्र में रोड की क्या स्थिति है। खैर ठीक है जनता भी परेशान होकर चुप है। क्योंकि जान चुकी है सरकार के पास विकास के लिए सिर्फ खोखले वादे हैं। लेकिन नगर सरकार को कम से कम इन गड्ढों को पाटने का कुछ उपाय करना चाहिए।