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एक ऐसा गरीबी मुक्त गांव, रहने के लिए घर नहीं, चलने के लिए सड़क नहीं, फिर भी प्रशासन के नजर में गरीबी मुक्त गांव

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जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।

रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ ब्लॉक मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर बसा ग्राम पंचायत दर्रीडीह का आश्रित ग्राम खलबोरा जहां राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले लोग रहते हैं। जिला प्रशासन द्वारा इस गांव में लाखों नहीं करोड़ों रूपये पानी की तरह बहाया जा रहा है। लेकिन हकीकत में लाखों करोड़ों खर्च करने के बाद भी बिरहोर परिवार आज भी मूलभूत सुविधा से कोसों दूर हंै। प्रशासन ने इस गांव को गरीबी मुक्त गांव का दर्जा दिया है जी हां आप चित्र में देख सकते हैं कि

प्रशासन द्वारा कितना अच्छा दीवाल पेंटिंग किया है। लेकिन ठीक इसी के बगल में रहने वाले बिरहोर परिवार के पास रहने के लिए एक मकान नहीं है। कहने को तो बिरहोर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र हैं पर सुविधा के लिए इनके पास कुछ नहीं है। मजेदार बात है कि प्रशासन इस गांव को गरीबी मुक्त गांव बनाने के लिए करोड़ों खर्च कर रही है, पर शहर आने जाने के लिए एक सड़क नहीं है। जब तक गांव को शहर से जोड़ा नहीं जायेगा तब तक गांव का विकास की बात करना बेईमानी होगी। आपको बता दे कि रायगढ़ जिले में पदस्थ होने वाले लगभग सभी कलेक्टर इस गांव का दौरा करते हैं। फिर भी खलबोरा से धरमजयगढ़ आने जाने के लिए सड़क की सुविधा नहीं मिलना लोगों के समझ से परे है कि क्या कलेक्टर को दिखाई नहीं देता कि इस गांव में आने के लिए कितना परेशानी हो रहा है। विकास के नाम पर इस गांव मेंं प्रशासन ने लाखों करोड़ों अब तक खर्च कर चूके हैं। लेकिन इसके बाद भी राष्ट्रपति के दत्तकपुत्रों को रहने के लिए एक अच्छी घर नसीब नहीं हो रहा है। झोपड़ीनूमा मकान के छत पर प्लास्टिक डालकर रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन विकास की ढोल पीट रहे हैं और समाचार पत्रों में खूब विकास की बात कर रहे हंै, गाय 10-10 लीटर दूध दे रहे हैं लोग बेचने के लिए गांव से शहर धरमजयगढ़ आ रहे हैं। हकीकत में न तो गाय 10-10 लीटर दूध दे रहा है और न लोग दूध बेचने शहर आ रहे हैं। प्रशासन द्वारा जिनको गाय बांटा गया उनसे बात करने पर बताये कि गाय दूध तो देती है पर 10 लीटर नहीं देती, जितना भी दूध होता है उसे बेच भी नहीं पाते। क्योंकि गांव से शहर आने के लिए सड़क की कोई सुविधा नहीं है। हकीकत में देखा जाये तो प्रशासन की गरीबी मुक्त गांव खलबोरा के इस योजना से गरीब विशेष पिछड़ी जनजाति बिरहोर का गरीबी तो दूर नहीं हुआ पर कुछ लोगों की गरीबी पूरी तरह दूर हो गया है।

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https://youtu.be/WLwWpqCGWWM

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