जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ से कापू मार्ग का उन्नयन किया जा रहा है जिसके जद में नगर के तीन वार्ड सहित 13 गांव आ रहें हैं जहां ठेकेदार की मनमानी से लोग इतने परेशान हैं कि मुख्यमंत्री के यहां जाकर शिकायत की तैयारी कर रहे हैं वहीं नित्य नए कारनामे इस ठेकेदार के रोज सामने आ रहे हैं। जहां एक ओर बिना भू-अर्जन किए किसानों की जमीन पर कब्जा कर निर्माण कार्य शुरू किया गया है वहीं इस ठेकेदार ने भू-अर्जन किए बिना सड़क मार्ग के दोनों ओर निर्मित भवनों झोपड़ियों का मनमानी तरिके से स्वयं एनजीओ से मूल्यांकन कराकर बंदरबांट कर दिया गया है जिसकी शिकायत करने वाले लोगों की लंबी लिस्ट है । यहां यह बताना लाजिमी है कि ठेकेदार ने बिना राजस्व विभाग के अधिकारियों से प्रकरणों की जांच कर अपने चहेते लोगों को राशि का चैक दे दिया जो लगभग 70 प्रतिशत है 30 प्रतिशत लोगों ने चैक लेने से इंकार कर दिया है। यह जांच का विषय है कि क्या प्रकरण में एवार्ड हुए बिना भुगतान किया जा सकता है और क्या शासकीय राशि को ठेकेदार को बांटने का अधिकार है? अब देखना है कि ठेकेदार की मनमानी पर प्रशासन क्या कार्यवाही करती है।