जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ क्षेत्र अंतर्गत कानाकुला गांव के सैकड़ों ग्रामीण सालों से जस की तस बनी सडक़ की समस्या को लेकर धरमजयगढ़ डीएफ ओ से मिलने पहुंचे। चूंकि पोटिया से कानाकुला वन मार्ग है इस दौरान प्रभावित सैकड़ों ग्रामीणों के साथ गांव के सरपंच और उपसरपंच मौजूद रहे। लेकिन धरमजयगढ़ वन मंडल में सीसीएफ दौरा के मद्देनजर वन अधिकारी बाहर से ही ग्रामीणों से मुलाकात किए इस दौरान मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने अपनी आप बिती सडक़ की समस्या से उपस्थित वन अधिकारी को अवगत कराया गांववासियों से नवपदस्थ धरमजयगढ़ रेंज अफसर अमित रोशन किस्पोट्टा एवं डिप्टी रेंजर डीडी सिदार एक बार फि र ग्रामीणों की समस्या भरी आवेदन का अवलोकन किया और उन्हें सडक़ समस्या से निजात दिलाने पुन: आवशावन दिया। कहा गया कि पोटिया से कानाकुला मार्ग निर्माण को लेकर फारेस्ट मनरेगा के तहत पूर्व में ही जिला ऑफि स लिखकर भेजा चुका है ताकि लोगों की समस्या का समाधान हो सके। दर असल मामला पोटिया से कानाकुला मार्ग का है जहां गांववासी देर शाम रात कठनाई भरी कच्ची पगडंडी रास्ते से आवाजही करने को मजबूर हैं जबकि आपको बता दें। पोटिया कानाकुला मार्ग पूरी तरह से हाथी प्रभावित है ऐसे में उन्हें जान खतरा भी बना रहता है लिहाजा ग्रामीण डरे सहमे मजबूरन कच्ची रास्ते से आनाजाना कर रहे हैं ग्रामीणों का कहना है गांव तक महज मिट्टी मुरम सडक़ का निर्माण हो जाए तो कुछ हद तक हमे आवाजाही करने में आसानी हो होगी। अब ऐसे में देखने वाली बात होगी की ग्रामीणों द्वारा दोबारा संबंधित अधिकारियों से भेंट मुलाकात पत्र व्यवहार बावजूद क्या इस ओर जिम्मेदार आलाधिकारियों का ध्यान आकर्षित होता है या फिर ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी रहती है।