जोहार छत्तीसगढ़- धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ क्षेत्र में रेल परिवहन शुरू हो गया है। जिसमें प्रेमनगर साइडिंग से कोयला ढुलाई का कार्य चल रहा है। लेकिन एक माह भी नहीं हुआ और अफरा तफरी सामने आ गया है। 4 अप्रैल को 2 ट्रक कोयला अफरा तफरी करने का मामला सामने आया है। जिसका एफआईआर धरमजयगढ़ थाने में दर्ज की गई है। कुमार प्रकाश पिता स्व0 लालबिहारी सिंह निवासी इंडियन आयल कार्पोरेशन रोड सिपारा पोस्ट ढेलवा थाना बेउर जिला पटना बिहार निवासी जो जयअम्बे रोड़ लाईंस प्राइवेट लिमिटेड रायगढ में साइडिंग इंचार्ज प्रेमनगर धरमजयगढ के पद पर कार्यरत है। बताया कि हमारे कम्पनी में कोयला जामपाली से प्रेमनगर धरमजयगढ रेल्वे साइडिंग परिवहन करने हेतु ट्रक क्रमांक CG 13 LA 4783 के चालक कैलाश यादव एवं ट्रक क्रमांक CG 10 R 1633 के चालक अनिल खुली खदान जामपाली से कोयला लोड करके प्रेमनगर धरमजयगढ़ रेल्वे साइडिंग ले जा रहे थे। परन्तु दोनो गाड़ी रेल्वे साइडिंग नहीं पहुंची। अन्य गाड़ियों के ड्रायवर लोगों से पता करने पर बताये कि साइडिंग में दोनों गाड़ी नहीं पहुंची है कहीं दूसरे तरफ चली गई है तब मैं और कम्पनी के साथी लोग गार्ड से पूछने पर बताये कि दो ट्रक का कोयला को रेल्वे साइड़िग प्रेमनगर धरमजयगढ नहीं लाये हैं। लेकिन दो गार्ड उक्त वाहनों के बिल्टी पर्ची में बिना अनलोड किये रिसीविंग करके उक्त कोयला को अन्यत्र बेच दिये और बदले में दो गाड़ी का बीस-बीस हजार लेना बताये हैं। दोनों गाड़ी में कुल 62 टन 370 किलो कोयला जिसका वर्तमान कीमत लगभग पांच लाख सैतालीस हजार दो सौ बीस रूपये है । उपरोक्त कोयला को हेराफेरी करने में दो गार्ड दो ड्राइवर एवं अन्य लोगों का हाथ है। थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस दो गार्ड एवं एक ड्राइवर से पूछताछ कर रही है।
इस अफरा तफरी में कई सफेदपोशों के नाम आ रहा सामने, कई शहर से गायब
इस मामले में दोनों गार्ड ने अपनी गलती स्वीकार कर लिया है, वहीं ट्रक चालक से पूछताछ में बहुत सारी बात सामने आ रही है। सूत्रों मिल जानकारी के अनुसार इस मामले में कई सफेदपोशों की हाथ है। जो साइडिंग में तैनात दो सुरक्षाकर्मियों को धमकी चमकी एवं कुछ पैसे का लालच देकर घटना को अंजाम दिए हैं। वहीं ट्रक ड्राइवरों को भी पैसा का लालच दिया गया है।
छोटी मछली तो जेल में लेकिन क्या बड़ी मछली आएंगे गिरफ्त में?
मामले में दो गार्ड, एक ट्रक चालक एवं एक ट्रक कोयला खरीददार से पूछताछ चल रही है। या यूं कहें एफआईआर नामजद होने से इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनसे पूछताछ में कई सफेदपोश लोगों का नाम सामने आने वाला है। अब देखना होगा पुलिस उनके गिरेबां तक पहुंचती है या राजनीतिक दबाब में कुछ और होता है। क्योंकि गार्ड ने सिर्फ रिसीव पर्ची में साइन किया है। लेकिन खरीद बिक्री का खेल तो कोई और किया है। थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही एक सफेदपोश धरमजयगढ़ से फरार हो गया है।