जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ नगरीय क्षेत्र में पूरी तरह बेजा कब्जाधारियों ने कब्जाकर बड़े-बड़े आलीशान महल बना रखा है इन बेजा कब्जाधारियों पर स्थानीय प्रशासन पूरी तरह मेहरबान बनकर इस बेजा कब्जाधारियों के साथ खड़ा है। इन बेजा कब्जाधारियों के खिलाफ शिकायत होने पर भी बेजा कब्जाधारियों पर स्थानीय प्रशासन किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं करते हैं। धरमजयगढ़ तहसील न्यायालय मेें ऐसे कई बेजा कब्जा प्रकरण हैं जिनको तहसीलदार ने बेदखली का आदेश जारी किया है। लेकिन तहसीलदार उन बेजा कब्जाधारियों पर बेदखली की कार्यवाही आज दिनांक तक नहीं किया है। सिर्फ बेदखल की आदेश जारी कर बेजा कब्जाधारियों के साथ मिली भगत कर मामले को दबा दिया गया है। स्थानीय प्रशासन बेजा कब्जाधारियों पर कितना मेहरबान बन रखा है इसका नतीजा है कि विधायक लालजीत राठिया द्वारा 16 नवम्बर को साहू सामाज के लिए सामूदायिक भवन निर्माण के लिए साप्ताहिक बाजार के पीछे की खाली पड़ी भूमि का भूमि पूजन किया गया था। लेकिन विधायक के ही कांग्रेसी पार्षद द्वारा उक्त भूमि पूजन स्थल पर बेजा कब्जा कर भवन निर्माण किया जा रहा है। इस बेजा कब्जा कि शिकायत साहू सामाज द्वार लिखित में तहसीलदार धरमजयगढ़ को देने के बाद भी तहसीलदार धरमजयगढ़ ने निर्माण कार्य पर किसी प्रकार की कोई रोक नहीं लगाया। इससे तो ऐसा प्रतित हो रहा है कि इन बेजा कब्जाधारी पर स्थानीय प्रशासन मेहरबान है। सोमवार को साहू सामाज करेगा उग्र आंदोलनसाहू सामाज के लिए किये गये भूमि पूजन स्थल पर बेजा कब्जा किये जाने की शिकायत करने के बाद भी स्थानीय प्रशासन द्वारा बेजा निर्माण पर कोई रोक नहीं लगाने से नाराज साहू सामाज द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को एक लिखित आवेदन देकर चेतावनी दी है। कि 21 नवम्बर 2021 तक स्थानीय प्रशासन बेजा कब्जा को खाली नहीं करवाते हैं तो 22 नवम्बर 2021 से अनिश्चितकालीन हड़ताल एवं उग्र आंदोलन करने की बात कही है। साहू सामाज द्वारा प्रेस को बताया कि अगर आंदोलन के बाद भी स्थानीय प्रशासन बेजा कब्जाधारी को बेदखल नहीं करते हैं तो आने वाले दिनों में चक्का जाम भी किया जायेगा।