जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
किसानों को अपनी मवेशी बेचने के लिए कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रदेश में कई मवेशी बाजार का संचालन किया जा रहा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा। और इस धंधा करने वालों के लिए शासन द्वारा लाईसेंस भी जारी किया जाता है। रायगढ़ जिले में भी कई मवेशी बाजार संचालित हो रहे हैं शासन के नियमानुसार। रायगढ़ जिले के मवेशी बाजार में कृषि कार्य के लिए उपयोग में लाये जाने वाले मवेशी की खरीद बिक्री होती है। लेकिन जिले में इन दिनों गौ रक्षा के नाम पर गौ रक्षकों द्वारा खुलकर दादागिरी करते हुए मवेशी व्यापारियों से मारपीट, लूटपाट किया जा रहा है। मवेशी व्यापारी मवेशी को बेचने के लिए बाजार ले जाते वक्त ये गौ रक्षक मवेशी को लूट लेते हैं और लूटकर दूसरों को बेच देते हैं। ये लोग सिर्फ मवेशी को ही नहीं लूटते ये लोग तो मवेशी ले जाने वालों के साथ बूरी तरह मारपीट भी करते हैं जिससे परेशान मवेशी व्यापारी अब इन गौ रक्षकों की शिकायत उच्च अधिकारियों सहित प्रदेश के गृहमंत्री से की है।
गौ रक्षक नहीं देते पुलिस को सूचना
गौ रक्षकों द्वारा मवेशी को पकड़ते ही मवेशी मवेशी व्यापारियों के साथ मारपीट कर भगा दिया जाता है और उनके मवेशी को लूट लेते हैं। लेकिन ये लोग मवेशी की शिकायत स्थानीय पुलिस प्रशासन को नहीं करते हैं। गौ रक्षकों का काम है बीमार मवेशी का ईलाज करना एवं मवेशी को कत्ल होने से बचाना। लेकिन ऐसा करते नहीं दिखाई दे रहा है। आप सड़क पर हमेश देख सकते हैं कितना बीमार मवेशी घूमते रहते हैं लेकिन इनकी नजर एक बार भी इन बीमार मवेशी पर नहीं पड़ती है। लेकिन जो व्यापारी शासन के नियमानुसार व्यापार करते हैं उन्हें आये दिन परेशान करते हैं।
व्यापारियों से छिना गया मवेशी आखिर जाता कहां?
जो मवेशी को गौ रक्षको द्वारा व्यापारियों से छिन लिया जाता है। छिने गये मवेशी आखिर किस जगह रखा जाता है ये किसी को मलूम नहीं है। गौ रक्षकों नियमानुसार मवेशी व्यापारियों द्वारा ले जा रहे मवेशी की सूचना गौ रक्षकों द्वारा स्थानीय पुलिस प्रशासन को देना है, पुलिस प्रशासन द्वारा घटना स्थल में जाकर मवेशी की जांचकर अगर मवेशी की तस्करी करते पाये जाने पर मवेशी व्यापारी के खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही करेंगे। लेकिन यहां तो पूरा का पूरा उल्टा हो रहा है गौ रक्षक ही पुलिस बनकार व्यापारियों से मारपीट करते हुए मवेशी को लूट ले रहे हैं। स्थानीय पुलिस प्रशासन को चाहिए की इस तरह के कार्य करने वालों पर रोक लगाये ताकि लूटपाट से मवेशी व्यापारी बच सकें ।