जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
कार्तिक माह का अंतिम सप्ताह में बरसात से खेती पर बुरा असर पड़ रहा है। बेमौसम हो रहे बरसात से किसान परेशान हैं। धरमजयगढ़ क्षेत्र में ज्यादातर किसानों का धान फसल पककर तैयार हो गया है। लेकिन बेमौसम बरसात के कारण कटाई मिंजाई में रोक लग गया है। इस क्षेत्र में इस समय धान कटाई के साथ-साथ गर्मी के लिए तरबूज की खेती शुरू हो जाती है। जिसके लिए किसान जमीन तैयार कर लिए हैं। बरसात के कारण बीज लगाने से डर रहे हैं। क्योंकि ऐसे मौसम में सही अंकुरण नहीं हो पाएगा। मौसम साफ होने के कई दिन बाद फि र से जमीन तैयार करना पड़ेगा और तरबूज खेती पिछड़ सकता है। वहीं क्षेत्र में मक्का, आलू, गेंहू व साग सब्जी की खेती भी अधिक मात्रा में होती है। लेकिन मौसम के रुख ने किसानों को चिंतित कर दिया है। जिन किसानों का धान फ सल कटाई नहीं हुआ है उन्हें थोड़ा राहत जरूर है लेकिन जिनका करपा खेत में है उसे नुकसान होने का डर सता रहा है। सामान्य किसान जो शासन या साहूकारों से ऋ ण लेकर खेती करता है, और कटाई के समय मौसम के मार से उसका क्या हाल होगा बताना मुश्किल है। एक किसान कर्ज में पैदा होकर कर्जदार ही मर जाता है। जिसे चारों तरफ से मार पड़ता है। जैसे-तैसे कर्ज लेकर खेती कर लेता है। तो मौसम साथ नहीं देता है यदि मौसम साथ दिया और फ सल अच्छा हुआ तो उपज का सही मूल्य नहीं मिलना किसानों को मुश्किल में डाल देता है। मौसम विभाग ने आगामी 18 नवम्बर तक किसानों से धान कटाई नहीं करने को कहा है।