जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़ ।
एक बार फिर जोहार छत्तीसगढ़ की खबर का बड़ा असर देखने को मिला। जिला प्रशासन ने प्रकाशित खबर को संज्ञान लेकर सरिया नाला में पुल निर्माण का प्रस्तव शासन को भेजा है। जान जोखिम में डालकर जिंदगी गढने जाते स्कूली बच्चों के संबंध में खबरें जोहार छत्तीसगढ़ ने प्रमुख्यता से प्रकाशित की थी। जिसके संबंध में कार्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, धरमजयगढ़ ने जानकारी देते हुए बताया कि शा.उ.मा. वि. खडगांव विकासखण्ड धरमजयगढ़ अंतर्गत ग्राम-कोन्ध्रा से अध्यापन हेतु कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक के 30 विद्यार्थी आना-जाना करते है। ग्राम-कोन्ध्रा से खडगांव की दूरी 3 किमी के लगभग है, किन्तु कोन्ध्रा एवं खडग़ांव के मध्य सरिया नाला पड़ता है, जिस पर पुल नहीं है। कोन्ध्रा से सेमीपाली होकर आने-जाने में 10 से 12 किमी की दूरी पड़ता है तथा बीच रास्ता जंगल का होने के कारण हाथी प्रभावित क्षेत्र में है। कोन्ध्रा से खडगांव की दूरी कम होने के कारण विद्यार्थी अध्यापन हेतु नाला पार कर आना-जाना करते हंै। वर्षा नहीं होने पर नाला में पानी कम रहता है एवं आवागमन में परेशानी नहीं होती है। कार्यपालन अभियंता सेतु निर्माण अश्वनी कुमार ने बताया कि इस नाले पर पुल निर्माण के लिए 20 करोड़ का प्रस्ताव तैयार कर बजट में शामिल किए जाने हेतु शासन को भेजा गया है। जिसकी स्वीकृति मिलने के पश्चात आगे का कार्य किया जाएगा। इस बीच जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को वर्षा के दौरान नाला के रास्ते से आवागमन करने हेतु मना किया गया है। इसके लिए स्कूल के प्रिसींपल के माध्यम से बच्चों की काउसिलिंग कर उन्हें पानी होने पर नाले से आवागमन करने के संभावित स्वास्थ्य संबंधी तथा अन्य दुष्परिणामों से अवगत कराया गया है तथा शिक्षकों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है।