जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में आये दिन भारी वाहनों के चपेट में आकर मवेशी को मार दिया जाता है। शहरी क्षेत्र में शाम होते ही आवारा मवेशी सड़क किनारे या सड़कों बैठे रहते हैं। जिनका सुध लेने वाला कोई नहीं होता। जिसे तेजरफ्तार वाहन टक्कर मार चले जाते हैं। ऐसे ही चोटिल गाय बैलों को कामधेनु सेना के सदस्य व गौसेवकों द्वारा पशु चिकित्सा विभाग के सहयोग से ईलाज कराया जाता है। आज भी अलग-अलग जगहों पर दो बीमार बैलों का इलाज कराया गया।
बता दें कि बालक हाई स्कूल के सामने काले रंग का बैल जिसके गर्दन में गम्भीर चोट लगा है। उसे पकड़कर घाव को साफ-सफ ाई कर दवाई लगाया गया। चोट को देखने से किसी धारदार हथियार से मारना प्रतीत होता है। तीन पहले भी इस बैल का इलाज किया गया था। वहीं अंबेटिकरा गेट धरमजयगढ़ कालोनी के पास एक बैल अस्वस्थ था। जिसके पैर में चोट लगा है। जिसका साफ -सफ ाई कर इलाज किया गया। कामधेनु सेना के छत्तीसगढ़ प्रदेश महासचिव नारायण बाईन ने लोगों से अपील की है कि कहीं भी बीमार व घायल मवेशी दिखाई देने पर मोबाइल नंबर 7489419194 पर सूचना दे ताकि सही समय पर बीमार मवेशियों के इलाज हो सके।