भोपाल । मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले छात्रों को लेकर दिए गए आपत्ति जनक बयान को लेकर सरस्वती शिशु मंदिर संगठन सहित छात्रों ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग को पत्र लिखकर दिग्विजय सिंह के खिलाफ की शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। छात्रों ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्य सभा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले बच्चों द्वारा नफरत का पाठ सीख कर दंगा करने जैसा बयान दिया है जिसे लेकर सरस्वती शिशु मंदिर के विद्यार्थियों को आद्यात लगा है। छात्रों ने कहा कि उनके कथन से हमारी प्रतिष्ठा को धूमिल हुई है हमारे आस-पड़ोस के बच्चे हमको साथ खेलने, मेल जोल करने में हिचकिचा रहे हैं एवं हमको दंगाई-दंगाई कह कर चिढ़ा रहे हैं। हम लोग दंगा नहीं करते हैं, हम पढ़ाई करते हैं, न ही नफ़रत फैलाते हैं।
छात्रों ने इस संबंध में आयोग के अध्यक्ष से अनुरोध कर दिग्विजय सिंह के विरुद्व कार्यवाही किये जाने की मांग की है। इस मामले को संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा है। आयोग की अध्यक्ष प्रियंका कानूनगो ने अपने नोटिस में कहा, ‘‘आपके द्वारा की गई टिप्पणी प्रथम दृष्टया भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन प्रतीत होती है। इसके साथ ही यह किशोर न्याय कानून के सिद्धांतों के भी विपरीत प्रतीत होता है।’’