सिडनी । भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम को तीसरे एकदिवसीय में हराकर अपनी बढ़ती ताकत दिखायी है। इसी के साथ ही भारतीय महिलाओं ने उसके 26 मैचों से जारी जीत के सिलसिले को तोड़ दिया। भारतीय टीम ने 20 साल में चौथी बार ऑस्ट्रेलियाई टीम के विजयी रथ को रोका है। इससे पहले भारतीय टीम ने पहली बार पुरुष क्रिकेट टीम के कप्तान सौरव गांगुली की अगुवाई में कंगारुओं के विजयी अभियान पर साल 2001 में रोक लगायी थी। तब स्टीव वॉ की ऑस्ट्रेलियाई टीम लगातार 16 टेस्ट जीत हासिल कर चुकी थी और अजेय नजर आ रही थी। ऑस्ट्रेलिया ने भारत दौरे पर मुंबई में पहला टेस्ट मैच जीता था लेकिन कोलकाता के ईडन गार्डंस में उसे ऐतिहासिक हार मिली।
तब वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ की करिश्माई पारी के बल पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया की जीत का सिलसिला तोड़ा था। ऑस्ट्रेलियाई टीम तब तक एशियाई टीमों के खिलाफ 16 टेस्ट मैच जीत चुकी थी। अनिल कुंबले की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने पर्थ के वाका के मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को 72 रनों से शिकस्त दी। भारत ने पर्थ में सिर्फ एक टेस्ट मैच ही जीता है और वह इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को हराने वाली पहली एशियाई टीम भी है। भारत ने इसी साल जनवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया को ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच में 3 विकेट से हराया था। ऑस्ट्रेलिया बीते 32 साल से गाबा मैदान पर अजेय थी। उसे आखिरी बार 1988 में वेस्टइंडीज ने हराया था. लेकिन शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजार और ऋषभ पंत की शानदार पारियों की बदौलत भारत ने सिर्फ यह टेस्ट मैच जीता बल्कि सीरीज भी 2-1 से अपने नाम की।