नई दिल्ली । ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मिडफील्डर हार्दिक सिंह ने कहा कि अब टीम की नजरें अगले साल होने वाले एशियाई खेलों पर लगी हैं। भारतीय टीम इन खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करना चाहेगी। एशियाई खेलों का आयोजन अगले वर्ष 10 से 25 सितंबर के बीच चीन के हांगजो, झेजियांग में किया जाएगा। भारतीय टीम इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिये अपनी जगह पक्की करना चाहती है।
हार्दिक ने कहा, ‘हम 2024 पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के अपने अभियान की शुरुआत अभी से करने के लिये तैयार हैं। हमें कदम दर कदम आगे बढ़ना होगा और हमारा पहला कदम एशियाई खेल 2022 में स्वर्ण पदक जीतकर ओलंपिक खेलों के लिये सीधे क्वालीफाई करना होगा।
‘ उन्होंने कहा, ‘इसके बाद 2023 में हमें एक और बड़ी प्रतियोगिता हॉकी विश्व कप में भाग लेना है जिसका आयोजन ओड़िशा में किया जाएगा। इसलिए आगे का समय और चुनौतीपूर्ण और रोमांचक है और हमें इसके लिए तैयार रहना है। ‘
इस 22 वर्षीय मिडफील्डर ने टोक्यो ओलंपिक खेलों में दो गोल किये थे। तोक्यो ओलंपिक में सफलता के कारणों के बारे में हार्दिक ने कहा, ‘हमारी टीम में सभी खिलाड़ी एक दूसरे से बहुत अच्छी तरह से जुड़े थे और मुझे लगता है कि यह ओलंपिक में हमारी सबसे बड़ी ताकत थी। हमारे बीच आपस में मजबूत संबंध थे और हमें एक दूसरे के कौशल का उपयोग करने की कला जानते थे।’