भिलाई । स्टील सिटी सेक्टर-6 भिलाई नगर में आयोजित 7 दिवसीय हाथकरघा एवं हस्तशिल्प की भव्य प्रदर्शनी का समापन 14 सितंबर को हुआ। इस भव्य प्रर्दशनी में मनमोहक छत्तीसगढ़ी पारंपरिक हाथकरघा वस्त्र और हस्तशिल्प कला का संगम देखने को मिला। यहां छत्तीसगढ़ी पारंपरिक हाथकरघा वस्त्र और ग्रामोद्योग के उत्पाद ने लोगों को खूब लुभाया। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस प्रदर्शनी में 11 लाख 72 हजार 299 रुपये की बिक्री हुई। जिसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने ग्रामोद्योग विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। भिलाईवासियों का आभार व्यक्त किया। प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ राज्य के पारंपरिक हाथकरघा वस्त्र एवं विविध शिल्प प्रदर्शन-सह-विक्रय के लिए छूट के साथ-साथ रियायती दर पर उपलब्ध थे। हाथकरघा वस्त्रों एवं हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी में सजावटी समान के साथ रोजमर्रा के उपयोग की वस्तुओं एवं वस्त्रों का बेहतर प्रतिसाद देखने को मिला। जहां लोगों ने विशेषकर महिलाओं ने अपनी पसंद के पारंपरिक परिधान और वस्त्र की खरीदी की है। प्रदर्शनी में बुनकरों और शिल्पकारों द्वारा तैयार किए गए राज्यों के पारम्परिक वस्त्रों सहित छत्तीसगढ़ राज्य की ढोकरा हस्तशिल्प, लौह शिल्प, काष्ठ शिल्प, बांस शिल्प, गोदना शिल्प, शीसल शिल्प, टेराकोटा शिल्प, भित्ती चित्र, पत्थर शिल्प, कौंड़ी शिल्प, तूम्बा शिल्प और हाथकरघा वस्त्रों में कोसा सिल्क, टसर सिल्क, कॉटन के ड्रेस मटेरियल, साडिय़ां, टुपट्टे चादर, बेडशीट तथा खादी वस्त्रों और ग्रामोद्योग द्वारा निर्मित सामग्रियां लोगों के लिए आकर्षित का केंद्र रही। त्योहारों के मौसम में आयोजित यह प्रदर्शनी भिलाईवासियों के लिए सौगात बनी।