भोपाल। राजधानी के मिसरोद इलाके में नर्सिंग कॉलेज की प्रिंसिपल की बेटी द्वारा घर में फांसी लगाकर खुदकुशी किये जाने की घटना प्रकाश मे आई है। बताया गया है कि रात करीब ढाई बजे जब युवती की मां की नींद खुली, तो उन्हें लगा कि बेटी कमरे मे खड़ी हुई है। जब वो उसके पास पहुंची, तो देखा उसका शरीर फंदे पर झूल रहा था। हादसे की सूचना मिलते ही पहुची पुलिस ने शव का पीएम के लिए भेजते हुए आगे की कार्यवाही शुरु कर दी। पुलिस के अनुसार फिलहाल मौके से कोई सुसाइड नोट या अन्य सुराग नहीं मिलने से आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। थाना पुलिस के अनुसार कैंप नंबर 12 बैरागढ़ के रहने वाले रोहताश भटनागर डीआरएम ऑफिस में ओएस के पद पर हैं। वहीं उनकी पत्नी प्रेमलता भटनागर विदिशा के नर्सिंग कॉलेज में प्रिंसिपल हैं। उनकी 24 साल की बेटी यशी भटनागर मां प्रेमलता के साथ ईटन पार्क मिसरोद में रहती थी। उसकी अभी शादी नहीं हुई थी। रोहताश भटनागर ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार रात करीब 10 बजे खाना खाने के बाद उनकी बेटी और पत्नी सोने चले गए। ओर वो भी दूसरे कमरे में जाकर सो गये थे। रात करीब ढाई बजे उनकी पत्नि प्रेमलता की नींद खुली। कमरे का दरवाजा खुला देख प्रेमलता ने इधर-उधर देखा, तो उन्हें कमरे में यशी दिखाई दी। उन्हें लगा कि यशी खड़ी हुई है, प्रेमलता ने यशी से पूछा बेटी यहां क्यों खड़ी हो, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। जब वे उसके पास पहुंची, तो यशी दुपट्टे के फंदे से फांसी लगा चुकी थी। उनकी आवाज सुनकर पति कमरे में पहुंचे। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि रात को की गई शुरुआती पडताल मे फिलहाल कोई सुसाइड नोट या अन्य सुराग नहीं मिला है। पुलिस ने बताया कि मृतका यशी के दो भाई हैं, जो विवाहित है, ओर अलग रहते हैं, हालांकि वे उनके पास आते-जाते रहते हैं। मृतका के परिजनो के फिलहाल ब्यान दर्ज नहीं किये गये हैं। पुलिस का कहना है कि परिजनों के ब्यान दर्ज किये जाने के साथ ही अन्य बिदुंओ की पडताल की जा रही है, ओर जॉच पूरी होने के बाद आत्महत्या के कारणों का खुलासा हो सकेगा, जिसके आधार पर आगे की कार्यवाही की जायेगी।