भोपाल। भोपाल रेल मंडल में फाटक को नुकसान पहुचाने को लेकर रेलवे सख्त हो गया है। रेलवे ने सार्वजनिक सलाह जारी करते हुए कहा है कि फाटक खुलने के बाद ही रेलवे ट्रैक पार करें। बंद होने के संकेत और अनाउंसमेंट के बाद ठहर जाएं। जल्दबाजी से फाटक को नुकसान पहुंचता है। दुर्घटनाएं भी हो सकती है। रेलवे ने कहा कि फाटक को नुकसान पहुंचाने पर कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि रेलवे ने 98 फीसदी फाटकों को बंद कर दिया है। 2 फीसद फाटक अभी भी बचे हैं। ये ऐसे क्षेत्रों व रेलखंडों में चालू हैं जहां ट्रैक के नीचे से अंडरपास का निर्माण नहीं हुआ है या प्रस्तावित है। ऐसे फाटकों को राहगीर आए दिन तोड़ रहे हैं। यह स्थिति तभी बनती है जब संबंधित रेलमार्ग पर ट्रेनों का दबाव अधिक होता है और फाटक बार-बार बंद किया जाता है या लंबे समय तक बंद है। ऐसी स्थिति में फाटक के दोनों और लंबा जाम लग जाता है। जैसे ही फाटक खुलता है तो हर कोई ट्रैक पार करने की जद्दोजहद करता है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इस बीच दूसरी ट्रेनों के गुजरने का समय हो जाता है और पुन: फाटक बंद करने के संकेत देते हैं। अनाउंसमेंट भी करते हैं। करीब दो से पांच मिनट पहले से सतर्क करना शुरू कर देते हैं। तब भी लोग ट्रैक पार करने की जल्दी करते हैं।
कई बार रोकनी पड़ी है ट्रेनें
भोपाल रेल मंडल के बावडिय़ाकला क्षेत्र में ट्रेनों को राहगीरों की जल्दबाजी के कारण कई बार रोकना पड़ा है। ट्रेनों की गति प्रभावित हुई है। उसमें सफर करने वाले हजारों लोगों को परेशान होना पड़ा है। हालांकि इस फाटक को बावडिय़ाकला ओवर ब्रिज बनने के बाद बंद कर दिया है, लेकिन भोपाल से इटारसी और भोपाल से बीना के बीच चालू फाटकों पर यह स्थिति अभी भी बन रही है।