भोपाल। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में रुक-रुककर बौछारें पड रही है। यह क्रम एक सप्ताह तक जारी रहने की उम्मीद जताई जा रही है।मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शनिवार को राजधानी सहित पूरे प्रदेश में रुक-रुककर बारिश होगी। विशेषकर भोपाल, इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में तेज बौछारें पड़ने के आसार हैं।
मध्यप्रदेश के पश्चिम भाग पर बना चक्रवात पूर्वी राजस्थान पहुंचकर कम दबाव के रूप में परिवर्तित हो गया है। मानसून ट्रफ भी वर्तमान में मप्र से होकर गुजर रहा है। इसके अतिरिक्त एक अन्य ट्रफ भी मप्र से होकर गुजरने के साथ ही अरब सागर तक बना हुआ है। शनिवार को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि पश्चिमी मप्र में हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात अब पूर्वी राजस्थान में पहुंचकर फिर कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। मानसून ट्रफ कम दबाव के क्षेत्र से गुना, टीकमगढ़, छतरपुर से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। एक अन्य ट्रफ अरब सागर से दक्षिणी गुजरात से दक्षिणी मध्यप्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ से ओडीशा तक बना हुआ है। उधर शनिवार को बंगाल की खाड़ी में भी एक और कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इसके अगले 48 घंटों के दौरान अवदाब के क्षेत्र में तब्दील होकर आगे बढ़ने की संभावना है। इन चार वेदर सिस्टम के प्रभाव से प्रदेश में एक सप्ताह तक रूक-रूक कर बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक रीवा में 73.4, सागर में 55.4, इंदौर में 43.4, नौगांव में 38.8, रायसेन में 38.4, मंडला में 38, सिवनी में 30.6, हाेशंगाबाद में 25.2, श्यौपुरकला में 24, दतिया में 19.4 , सतना में 16.8, खजुराहो में 11.3, टीकमगढ़ में सात,धार में छह, सीधी में 5.6, छिंदवाड़ा में 5.2, रतलाम में पांच, ग्वालियर में पांच, उज्जैन में 3.6, मलाजखंड में 3.4, नरसिंहपुर में तीन, जबलपुर में 1.9, भोपाल में 1.7, बैतूल में 1.2, गुना में 0.6, शाजापुर में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई। उधर राजधानी में शुक्रवार को रात में रूक- रूककर फुहारें पड़ती रहीं। शनिवार को सुबह से आंशिक बादल बने रहे और धूप भी निकली।