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मोटी कमीशन नहीं मिलने से कार्यपालन अभियंता ने रोका था कछार व बोडसरा का टेंडर

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बिलासपुर । बिलासपुर जिले के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता द्वारा नल जल योजना के तहत लाखो के कार्यो के टेंडरो का खुलासा करने में जमकर मनमानी करने व बिना कमीशन टेंडर जारी नहीं करने को लेकर को लेकर  लगातार खबरों का प्रकाशन किया जिसके बाद कार्यपालन अभियंता द्वारा अपनी कारनामो पर पर्दादारी करने के उदेश्य से मस्तुरी तहसील के ग्राम पंचायत कछार व तखतपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत बोडसरा का टेंडर ओपन कर दिया लेकिन इस मामले में भी कार्यपालन अभियंता द्वारा अपने निजी चहेते ठेकेदार को कम कमीशन पर टेंडर आबंटित कर उपकृत करने का प्रयास किया गया है7 कार्यपालन अभियंता द्वारा पीएचई के लगभग सभी टेंडरो में भारी कमीशन लेकर ठेका देने का आरोप ठेकेदारों द्वारा लगाया जाता रहा है साथ ही विभागीय कार्यो से सम्बंधित लगाये गए सूचना का अधिकार की जानकारी देने में भी कार्यपालन अभियंता द्वाराभारी अनियमितता बरता जा रहा है जिसके चलते विभाग की बदनामी हो रही है।

बिलासपुर में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन इंजिनियर एम के मिश्रा शुरू से ही विवादित रहे है, पीएचई विभाग में पदस्थापना काल से ही जहा भी कार्यपालन अभियंता पदस्थापित रहे है वहां के विभागीय ठेकों को लेकर तगड़ी कमीशन के बिना कोई भी ठेके को मंजूरी नहीं दी है वही तगड़ी कमीशन लेने के बाद ठेकेदारो को मनचाहा काम भी बड़ी आसानी से देने में कार्यपालन अभियंता कोई गुरेज नहीं करते है7 विभागीय सूत्रों की माने तो कार्यपालन इंजिनियर एम के मिश्रा द्वारा मस्तुरी तहसील के ग्राम पंचायत कछार में नल-जल योजना के तहत कार्यो की निविदा खोलने में अनियमितता बरती जा रही थी जिसका मुख्य कारण ठेका में कमीशन का प्रतिशत 10 की बजाय 20 प्रतिशत था जब यह मामला मिडिया की नजर में आई व खबर प्रकाशित होने लगी तो तत्काल कार्यपालन अभियंता ने अपनी होशियारी दिखाते हुए कम कमीशन पर टेंडर को ओपन कर वाहवाही दिखाने में लग गए इसी तरह ईसी तरह तखतपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत बोडसरा में भी नल-जल योजना के तहत 23 लाख की राशि के कार्यो का निविदा खोला जाना था मगर कार्यपालन इंजिनियर एम के मिश्रा द्वारा कमीशन के फेर में यहाँ भी निविदा खोलने में आनाकानी की जा रही थी इस मामले की भी खबर प्रकाशित होने के बाद आनन्-फानन में कार्यपालन इंजिनियर एम के मिश्रा द्वारा यहाँ भी कम कमीशन में टेंडर खोल कर अपनी पोल खुलने से बचा ली लेकिन सबसे बड़ा यक्ष सवाल यह है कि कार्यपालन अभियंता जहा भी पदस्थापित रहे है वहां के कार्यो को का टेंडर देने में मोटी कमीशन लेते रहे है व अपना अकूत संपत्ति बनाते रहे है इस मामले में एसीबी को स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्यपालन अभियंता एम के मिश्रा की पड़ताल कर विधिसम्मत जांच व कार्यवाही की जानी चाहिए7

सूचना का अधिकार का उडाया जा रहा माखौल

बिलासपुर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के समक्ष जल जीवन मिशन के तहत बिलासपुर जिले में बीते वर्ष से अब तक आमंत्रित किए गए निविदाओ एवं निविदाओ में भाग लेने वाले ठेकेदारों की सूची सहित प्रस्तुत दस्तावेजो की प्रतिलिपि उपलब्ध कराने एवं जल जीवन मिशन के तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग बिलासपुर द्वारा जो भी निविदा आमंत्रित किए गए है उसमे एल 1, एल2, एल3, ठेकेदारों की सूची एवं उनके द्वारा निर्धारित की गई दर की निविदा वार सत्यापित प्रतिलिपि की जानकारी मांगी गई थी लेकिन सूचना का अधिकार लगाये 2 माह से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी विभाग द्वारा जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है जो सीधा-सीधा मनमानी को प्रदर्शित कर्ता है7

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